15 सितंबर को मनाया जाता है अभियंता दिवस (इंजीनियर्स-डे) और मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी की जयंती

15 सितंबर को अभियंता दिवस, इंजीनियर्स-डे, और मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जयंती के रूप में मनाने का महत्व है। यह एक दिन है जब हम इंजीनियरों के महत्वपूर्ण योगदान को सराहते हैं और उनके योगदान का सम्मान करते हैं। इंजीनियरों का काम आजकल हमारे समाज के विकास और प्रगति में अत्यधिक महत्व रखता है। वे नए और […]

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केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किफायती स्वच्छ ऊर्जा समाधानों का आह्वान किया और कहा, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, मजबूत सार्वजनिक निजी भागीदारी समय की जरूरत है

डॉ. जितेंद्र सिंह ने गोवा में स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (सीईएम -14) 8 वें मिशन इनोवेशन (एमआई -8) को वर्चुअल मोड में संबोधित किया 2018 में पीपीपी मोड में स्थापित स्वच्छ ऊर्जा अंतर्राष्ट्रीय इन्क्यूबेशन सेंटर  (सीईआईआईसी) ने 45 स्टार्ट-अप को इनक्यूबेट किया है और वे पहले ही 35 पेटेंट दाखिल कर चुके हैं : डॉ. जितेंद्र […]

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चक्रवात बिपारजॉय: गुजरात के तटीय इलाकों से 7500 लोगों को निकाला गया, 67 ट्रेनें रद्द, तीनों सेनाएं अलर्ट

अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुरुवार को गुजरात के कच्छ में जमीन से टकराने की संभावना है। इसके प्रभाव से गुजरात के तट के पास अभी से ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं। तटीय शहर मुंबई हाई अलर्ट पर है तो गुजरात में तटीय इलाकों से 7,500 लोगों को हटाया गया है। वहीं, […]

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प्रधानमंत्री ने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की

प्रधानमंत्री को चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए किए गए प्रयासों से अवगत कराया गया संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव उपाय करें: प्रधानमंत्री नुकसान की स्थिति में सभी आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने की तैयारी के साथ उनका रखरखाव भी सुनिश्चित करें: प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री […]

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राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने अरब सागर में आने वाले चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की

कैबिनेट सचिव श्री राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने आज बैठक की और अरब सागर में आने वाले चक्रवात बिपरजॉय के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए गुजरात सरकार और केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने समिति को पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी। इसके 14 तारीख की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, फिर उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने, सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने, 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करने की संभावना है। यह गंभीर चक्रवाती तूफान 125-135 किमी प्रति घंटे की निरंतर हवा की गति से 150 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार प्राप्त कर सकता है। गुजरात के मुख्य सचिव ने चक्रवाती तूफान के संभावित मार्ग में आबादी की सुरक्षा के लिए की जा रही तैयारी के उपायों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से समिति को अवगत कराया। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और जो समुद्र में हैं उन्हें वापस सुरक्षित स्थान पर बुला लिया गया है। अब तक कुल 21,000 नावें खड़ी की जा चुकी हैं। निकासी के उद्देश्य से संवेदनशील गांवों की सूची तैयार की गई है। सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए साल्टपैन श्रमिकों का विवरण भी तैयार कर लिया गया है। पर्याप्त आश्रय, बिजली आपूर्ति, दवा और आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखा जा रहा है। एसडीआरएफ की 10 टीमें लगाई जा रही हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने पहले ही 12 टीमों को तैनात कर दिया है और 3 अतिरिक्त टीमों को गुजरात में तैयार रखा गया है। इसके अलावा, 15 टीमों, अरकोनम (तमिलनाडु), मुंडली (ओडिशा) और बठिंडा (पंजाब) में प्रत्येक में 5 टीमों को शॉर्ट नोटिस पर एयरलिफ्टिंग के लिए अलर्ट रखा गया है। तटरक्षक बल, सेना और नौसेना के बचाव और राहत दलों के साथ-साथ जहाजों और विमानों को स्टैंडबाय पर तैयार रखा गया है। गुजरात राज्य को उसकी तैयारी, बचाव और बहाली के प्रयासों में सहायता के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल की पर्याप्त संख्या में टीमों और संसाधनों को तैनात किया जा रहा है। डीजी, शिपिंग द्वारा समुद्री बोर्ड और सभी हितधारकों को नियमित अलर्ट और सलाह भेजी जा रही है। अपतटीय तेल क्षेत्रों की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है और […]

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उधमपुर-डोडा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र भारत के 550 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में से सबसे विकसित निर्वाचन क्षेत्रों में प्रमुख है: डॉ. जितेंद्र सिंह

भारत के एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र में तीन मेडिकल कॉलेज और एम्स हैं, जहां पिछले 9 वर्षों में अद्भुत विकास हुआ है: डॉ. जितेंद्र सिंह इस निर्वाचन क्षेत्र  में बैंगनी क्रांति का शुभारंभ हुआ, जिससे न केवल जम्मू-कश्मीर में बल्कि पूरे देश में कृषि-तकनीकी स्टार्ट-अप को बल मिला : डॉ. जितेंद्र सिंह दुनिया का सबसे ऊंचा […]

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खगोलविदों ने एक ऐसा आश्चर्यजनक सौर विस्फोट देखा है जो निरंतर स्थिर तापमान बनाए रखता है

20 जुलाई, 2017 को हुए एक सौर विस्फोट के केंद्र (कोर) की ऊर्जा अवस्था के निरंतर विकास पर दृष्टि बनाए रखने वाले वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह विचित्र ढंग से निरंतर एक स्थिर तापमान इस कारण से बनाए रखता है क्योंकि यह अंतरिक्ष में सौर कोरोना से ऊर्जित और अत्यधिक चुंबकित प्लाज्मा से प्रस्फुटित […]

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अमेरिकी सीनेटर टॉड यंग के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और एआई, क्वांटम आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में गहन द्विपक्षीय सहयोग का आग्रह किया

दोनों देश सहयोग बढ़ाएंगे और क्वांटम प्रौद्योगिकी, महासागर विज्ञान, परमाणु ऊर्जा, सेमीकंडक्टर्स, सुपरकंप्यूटिंग और अन्य नवीनतम उभरती प्रौद्योगिकियों में भागीदारी के अवसरों का पता लगाएंगे : सीनेटर टॉड यंग अमेरिकी सीनेटर टॉड यंग के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी त्तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमन्त्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से आज नई दिल्ली में भेंट की और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – एआई), क्वांटम, साइबर सुरक्षा, अर्धचालकों (सेमीकंडक्टर्स), स्वच्छ ऊर्जा, उन्नत वायरलेस,जैव प्रौद्योगिकी, भूविज्ञान, खगोल भौतिकी एवं रक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ गहन द्विपक्षीय सहयोग का आग्रह किया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 9 वर्षों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में व्यक्तिगत रुचि ली और सामान्य नागरिकों के जीवन को सुगम बनाने के लिए विज्ञान आधारित समाधानों के माध्यम से सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं को सक्रिय रूप से लागू करने का प्रयास किया है। मंत्री महोदय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी जी से प्राप्त संरक्षण ने वैज्ञानिक प्रयासों के सभी क्षेत्रों विशेषकर अंतरिक्ष, जैव-प्रौद्योगिकी (बायोटेक), भू-स्थानिक (जिओ-स्पैचियल) और सतत स्टार्टअप के क्षेत्रों में नए अवसर और संभावनाएं खोली हैं। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से, हर स्वतंत्रता दिवस के अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने स्वच्छता, हाइड्रोजन मिशन, डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली (हेल्थ केयर सिस्टम), गहन महासागर अभियान (डीप ओशन मिशन), स्वच्छ ऊर्जा और स्टार्टअप जैसी प्रमुख वैज्ञानिक चुनौतियों और परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई है। सीनेटर टॉड यंग ने क्वांटम प्रौद्योगिकी, महासागर विज्ञान, परमाणु ऊर्जा, अर्धचालकों (सेमीकंडक्टर्स), सुपरकंप्यूटिंग और अन्य नवीनतम उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने तथा अवसरों की खोज करने का सुझाव दिया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक अधिकारी ने मंत्री महोदय को बताया कि कुल 35 संयुक्त परियोजनाओं की पहचान की गई है, जिन्हें प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्रों (टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब – टीआईएच) और संयुक्‍त राज्य अमेरिका के अनुसंधान संस्थानों द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा। अंत: विषयी साइबर भौतिक प्रणालियों पर राष्ट्रीय मिशन (इंटरडिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम्स  – एनएम – आईसीपीएस) के अंतर्गत छह टीआईएच को राष्ट्रीय नवप्रवर्तन संस्थान (एनएसएफ) से समर्थित संस्थानों के साथ सहयोगी अनुसंधान और विकास के लिए पहचाना गया है। ये हब अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणालियों पर राष्ट्रीय मिशन के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा पांच वर्ष के लगभग 43 करोड़ अमरीकी डॉलर ($430 मिलियन) के निवेश का हिस्सा हैं और इसमें अकादमिक शोधकर्ता तथा उद्योग भागीदार शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, वर्तमान में जारी भारत-यू.एस. संयुक्त स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा अमेरिकी ऊर्जा विभाग, की एक संयुक्त पहल है। सीनेटर टॉड यंग ने बताया कि अमेरिका विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा शुरू  किए गए टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब और नेशनल साइंस फाउंडेशन के बीच अधिक तालमेल और सहयोग के लिए भी तत्पर है क्योंकि एनएसएफ के पास अकादमिक विशेषज्ञता और मुख्य व्यावसायिक दक्षताओं का आधार है। सहयोग के एक अन्य क्षेत्र के बारे में बात करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें यह सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2,600 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से महाराष्ट्र में एक उन्नत गुरुत्वाकर्षण-तरंग खोजी (एडवांस्ड ग्रेविटेशनल वेव  डिटेक्टर) बनाने के लिए एलआईजीओ-इंडिया परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस सुविधा का निर्माण 2030 तक पूरा होने की सम्भावना है। यह वेधशाला अपनी तरह की तीसरी होगी, जो लुइसियाना और वाशिंगटन में ट्विन लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल-वेव ऑब्जर्वेटरीज (एलआईजीओ) के सटीक मानकों के अनुसार  बनाई गई है ताकि उनके साथ मिलकर काम किया जा सके। मंत्री महोदय और सीनेटर को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जिओलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया –  जीएसआई) और संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूनाइटेड स्टेट्स जिओलॉजिकल सर्वे) के बीच सहयोग के पांच संभावित क्षेत्रों के बारे में भी बताया गया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने जैव-प्रौद्योगिकी (बायो-टेक), डेयरी और कृषि-तकनीक क्षेत्रों में उभरते और होनहार स्टार्ट- अप्स में भारत-अमेरिका सहयोग के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय से पूर्ण समर्थन का भी वादा किया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में वैश्विक नेतृत्व के लिए एक टिकाऊ और मजबूत सम्बन्ध बनाने के लिए भारत और अमेरिका दोनों के लिए यह सबसे अच्छा समय है। उन्होंने कहा कि रिश्तों में काफी सहजता है और वांछनीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इच्छा और आशावाद का एक स्पष्ट संकेत है। मंत्री महोदय ने आशा व्यक्त की कि महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की बात आने पर अमेरिका अपने प्राकृतिक सहयोगी (दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र) की सहायता के लिए आएगा, क्योंकि सहयोग करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो अजय कुमार सूद  (पीएसए) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में सम्मिलित हुए।

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वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला के द्वार एक सप्ताह तक आम लोगों के लिए खुले रहेंगे

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला के द्वार एक सप्ताह तक आम लोगों के लिए खुले रहेंगे वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला 17 से 21 अप्रैल, 2023 तक ‘वन वीक वन लैब’ कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है इस मुहिम में स्कूली छात्रों के साथ बातचीत, मापिकी संगोष्ठी, अनुसंधान एवं विकास […]

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सीएसआईआर-एनपीएल एक सप्ताह तक आम जनता के लिए खुला रहेगा

सीएसआईआर – राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला 17 से 21 अप्रैल, 2023 तक ‘वन वीक वन लैब’ कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। अभियान में स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत, मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव, आर एंड डी कॉन्क्लेव तथा विज्ञान,प्रौद्यौगिकी,इंजीनियरिंग व मेडिकल (एसटीईएम) में महिलाएं और विज्ञान कॉन्क्लेव शामिल हैं। क्या आप जानते हैं कि सीएसआईआर – एनपीएल […]

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