थाना गंभीरपुर की महत्वपूर्ण सफलता: अंतर्जनपदीय चोर गिरोह गिरफ्तार, 12 लाख रुपये के उपकरण बरामद
आजमगढ़: जनपद आजमगढ़ के थाना गंभीरपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मोबाइल टावर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चुराने वाले अंतर्जनपदीय चोर गिरोह के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 10 अजनल उपकरण, तीन कारें, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की गई है। बरामद किए गए उपकरणों की कीमत लगभग 12 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के नेतृत्व में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान और निरोधात्मक कार्यवाही के तहत, 26 जुलाई 2024 को थाना प्रभारी बसंत लाल और उनकी टीम को सूचना मिली कि मोबाइल टावर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चुराने वाला गिरोह ग्राम हरईरामपुर में मौजूद है। सूचना के अनुसार, गिरोह वाराणसी की ओर जाने वाला था। तत्परता दिखाते हुए, बसंत लाल ने चौकी इंचार्ज गोसाईं की बाजार को उमरी श्री ओवर ब्रिज हाइवे के पास पहुंचने का निर्देश दिया।
पुलिस टीम ने उमरी श्री ओवर ब्रिज पर जाल बिछाया और थोड़ी देर बाद, तीन चारपहिया वाहन और दो मोटरसाइकिलें आते हुए दिखीं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहनों को रोका। मोटरसाइकिल सवार चार व्यक्ति पीछे मुड़कर भागने में सफल रहे, लेकिन पुलिस ने तीनों चारपहिया वाहनों की तलाशी ली और 10 चोरी किए हुए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए।
पहली स्विफ्ट डिजायर कार (वाहन संख्या UP63AEXXXX) में पांच व्यक्ति सवार थे, जिनके नाम सुशील कुमार पाण्डेय, निखिल उर्फ कृपाशंकर विश्वकर्मा, सतीश यादव, शुभम पाण्डेय और रोहित पाठक बताए गए। वाहन की डिग्गी से चार अजना उपकरण बरामद हुए।
दूसरी स्विफ्ट डिजायर (वाहन संख्या UP54AQXXXX) में पांच व्यक्ति बैठे हुए मिले, जिनके नाम संजय शाहनी, बृजेश साहनी, फिरोज, अजय यादव और महेश गौड़ हैं। इस वाहन से चार अजना उपकरण बरामद हुए।
तीसरी मारुति इको कार (वाहन संख्या DL.9C.AD.XXXX) में तीन व्यक्ति बैठे मिले, जिनके नाम अहमद, आमिर और जगदीश गुप्ता बताए गए। इस वाहन से दो अजना उपकरण बरामद हुए।
भागने में सफल अभियुक्तों के नाम प्रवीण पाठक उर्फ मोनू, प्रशांत पाठक उर्फ गोलू, रणविजय पाठक उर्फ ओम और अफ्सार बताए गए। इन अभियुक्तों का पता ग्राम हरईरामपुर थाना गंभीरपुर आजमगढ़ और मंसूरपुर थाना मंसूरपुर जनपद मुजफ्फरनगर बताया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ, वाराणसी और अन्य जनपदों में मोबाइल टावरों से उपकरण चुराने का काम करते थे। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुल 17 स्थानों पर चोरी की गई थी। चुराए गए उपकरणों को बेचने का काम वे चोरी-छिपे कई महीनों से कर रहे थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से कुल 10 अजना उपकरण, तीन कारें, 10 मोबाइल फोन और 1000 रुपये नकद बरामद किए गए। अभियुक्तों के खिलाफ मु0अ0सं 285/24 धारा 317(2)/317(4)/317(5) बीएनएस थाना गंभीरपुर जनपद आजमगढ़ के तहत मामला पंजीकृत किया गया और उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
इस सफलता के पीछे निरीक्षक नंद कुमार तिवारी, उ0नि0 रुपेश सिंह, हे0का0 धर्मेन्द्र यादव, आरक्षी अवनीश सिंह, आरक्षी अरुण पांडेय, आरक्षी सुनील प्रजापति, उ0नि0 प्रकाश शुक्ला, थानाध्यक्ष बसंत लाल, उ0नि0 राकेश चन्द्र त्रिपाठी, हे0का0 विनोद सरोज, हे0का0 सत्येन्द्र यादव, हे0का0 अभिमीत तिवारी, आरक्षी मुकेश यादव, आरक्षी धर्मेन्द्र कुमार, मु0आ0 चन्द्रमा मिश्रा, आरक्षी आलोक सिंह, हे0का0 उमेश यादव, ओ0पी0 दिनेश यादव और हे0का0 सुशील यादव सहित अन्य पुलिसकर्मियों का योगदान सराहनीय रहा।
इस महत्वपूर्ण अभियान ने जनपद आजमगढ़ में जनता की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस की तत्परता और साहस ने अंतर्जनपदीय चोर गिरोह के मंसूबों पर पानी फेर दिया। जनता को इस प्रकार की कार्रवाइयों से यह विश्वास मिलता है कि पुलिस उनकी सुरक्षा और संपत्ति की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है। इस प्रकार के अभियानों से अपराधियों के हौसले पस्त होते हैं और समाज में कानून व्यवस्था का विश्वास मजबूत होता है।