ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
अमेठी। बुधवार को अमेठी तहसील मुख्यालय स्थित गयादेई महिला महाविद्यालय में विश्व साक्षरता दिवस पर विचार गोष्टी का आयोजन किया गया।प्रवक्ताओं एवं छात्राओं ने विश्व साक्षरता दिवस पर सरस्वती प्रतिमा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर विश्व साक्षरता दिवस को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया । गोष्टी में सभी प्रवक्ताओं एवं छात्राओं ने विश्व साक्षरता दिवस पर प्रकाश डाला और आज के भारत की तस्बीर पर खुलकर विचार व्यक्त किया। प्राचार्या डॉ अफजाला कौसर ने कहा कि 21वीं सदी में भी आज बहुत से लोग शिक्षा से वंचित रहते है और वो भी तब,जब दुनिया के कई देशों में शिक्षा हर किसी का मौलिक अधिकार है यह दिन लोगों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करता है साक्षरता का अर्थ है पढ़ने और लिखने में सक्षम होना भारत में अभी भी बहुत सारे लोग साक्षर नहीं है शिक्षा शास्त की प्रवक्ता अनीता यादव ने कहा कि मनुष्य के विकास और एक स्थायी वातावरण बनाने के लिए साक्षरता और शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। रसायन विज्ञान के प्रवक्ता शैलेंद्र पाल ने कहा कि आप ज्ञान के प्रकाश से वंचित तबके को इस बात का अहसास करा सकते है कि शिक्षा प्राप्त करने की कोई उम्र नही होती आप कम से कम सरकार की शिक्षा सम्बन्धी योजनाओं की जानकारी तो बाट सकते है। जो आपके छोटे से प्रयास से अंधकारमय जीवन में एक नया दीपक जला सकती है क्योंकि शिक्षा रोजगार या पैसे से ज्यादा खुद के विकास के लिए जरूरी है।विचार गोष्टी को डॉ दीपाली मौर्य,डॉ सुनीता चौहान, नीलम यादव, रीता राव,कुसुम यादव, उर्मिला पाल, अजय कुमार,विजय दुबे,राम भुवाल, हरि कृष्ण मिश्र,जितेंद्र यादव ओम प्रकाश आदि ने सम्बोधित किया इस मौके पर महाविद्यालय की छात्राओं ने विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किये।