अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में हिंदी कार्यशाला आयोजित की गई

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में दिनांक 14.11.2024 को हिंदी भाषा का मानकीकरण और देवनागरी लिपि पर एक  हिंदी कार्यशाला आयोजित की गई।व्याख्याता के रूप में केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो की श्रीमती लेखा शरीन, सहायक निदेशक को आमंत्रित किया गया था।  शरीन ने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सत्र का आरंभ किया और हिंदी भाषा की विकास […]

भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त कार्य समूह ने लोक प्रशासन और शासन सुधार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बैठक आयोजित की

लोक प्रशासन और शासन सुधारों के क्षेत्र में सहयोग पर भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) की बैठक आयोजित की गई। प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के सचिव श्री वी. श्रीनिवास और ऑस्ट्रेलियाई लोक सेवा आयुक्त डॉ. गॉर्डन डी ब्रूवर पीएसएम ने संयुक्त रूप से जेडब्ल्यूजी की अध्यक्षता की। नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस (एनसीजीजी) के महानिदेशक डॉ. सुरेन्द्र […]

शिकायत निवारण समय की अवधि 30 दिनों से घटाकर 13 दिन की गई: डॉ. जितेंद्र सिंह ने अन्य सुधारों की घोषणा की

लगातार 28 महीनों से केंद्रीय सचिवालयों ने प्रतिमाह 100,000 से अधिक शिकायतों का निपटारा किया है केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोक शिकायत निवारण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि की जानकारी देते हुए कहा कि […]

डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी ने सरस आजीविका मेला 2024 का भव्य उद्घाटन

केंद्रीय ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम के हॉल नंबर 9 और 10 में 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) के दौरान सरस आजीविका मेला 2024 का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद राज्य मंत्री ने सरस आजीविका मेले में सभी स्टालों का दौरा किया और सभी स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की दीदियों […]

विविभा-2024 में दिखा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में आईआईटी रोपड़ की भूमिका

आईआईटी रोपड़ ने गुरुग्राम के श्री गुरु गोबिंद सिंह ट्राइसेंटेनरी यूनिवर्सिटी (एसजीटी विश्वविद्यालय) में भारतीय शिक्षण मंडल (बीएसएम) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मेलन विविभा-2024 में भाग लिया। “विकसित भारत के लिए विजन” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया गया। इस कार्यक्रम में आत्मनिर्भर देश को आकार दे […]

भारत की सूक्ष्मजीवीय क्षमता के पूर्ण उपयोग के लिए ‘वन डे वन जीनोम’ पहल

जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान एवं नवाचार परिषद (ब्रिक) ने भारत की विशाल सूक्ष्मजीवीय क्षमता को दर्शाने के लिए ‘वन डे वन जीनोम’ पहल की शुरुआत की है। भारत के जी-20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी श्री अमिताभ कांत ने 9 नवंबर 2024 को नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) में आयोजित ब्रिक […]

पराग विकास एवं बीज उत्पत्ति के निर्माणकर्ता की पहचान

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे नए जीन की पहचान की है जो पत्ता गोभी और सरसों से संबंधित अरेबिडोप्सिस फूल वाले पौधों में पराग कण और बीज निर्माण सहित पराग केसर (नर प्रजनन संरचना) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस अध्ययन से फसल की उर्वरता और बीज उत्पादन में सुधार की नई संभावनाएं बनी […]

भारत एनसीएक्स 2024 का भव्य शुभारंभ: साइबर सुरक्षा में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम

नई दिल्ली, 18 नवंबर 2024 भारत की साइबर सुरक्षा क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से “भारत राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास (भारत एनसीएक्स 2024)” का आज भव्य उद्घाटन हुआ। यह ऐतिहासिक पहल राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) द्वारा राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) के सहयोग से आयोजित की जा रही है। 12 दिवसीय […]

जनजातीय गौरव दिवस: जनजातीय विरासत का जश्न

भगवान बिरसा मुंडा ने हमें सिखाया कि हमें कैसे अपने परिवेश के साथ सद्भाव की भावना के साथ रहना है और अपनी संस्कृति पर गर्व करना है। उनसे प्रेरित होकर, हम उनके सपनों को पूरा करने और हमारे आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं।   प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी प्रस्तावना भारत […]

इस्पात सचिव ने 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2024 में इस्पात मंडप का उद्घाटन किया

संदीप पौंड़रिक, आईएएस, सचिव, इस्पात मंत्रालय ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में हॉल नंबर 04 (भूतल) में 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले ( आईआईटीएफ) 2024 में इस्पात मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। अपने संबोधन के दौरान इस्पात सचिव ने भारत के आर्थिक विकास में इस्पात उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और इस क्षेत्र में अनुकूल माहौल बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने भारत में इस्पात की बढ़ती मांग पर प्रकाश डाला और इसे विकास का प्रतीक बताया। हॉल नंबर 4 और 5 में स्थित स्टील पैवेलियन में इस्पात उद्योग की मजबूती और नवाचार को प्रदर्शित किया गया, जिसमें भारतीय इस्पात कंपनियों, इस्पात मंत्रालय के सीपीएसई और निजी क्षेत्र के एकीकृत इस्पात उत्पादकों का प्रतिनिधित्व उनके सीएमडी/सीईओ द्वारा किया गया। इस्पात सचिव ने तकनीकी प्रगति के महत्व और कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रयासों के प्रति उद्योग की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को अपने उत्पादन प्रक्रियाओं के नमूने/मॉडल तैयार करने की सलाह दी, ताकि उद्योग की नवाचार और योगदान को प्रदर्शित किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने कंपनियों और मंत्रालय के अधिकारियों को सलाह दी कि वे आईआईटीएफ जैसे व्यापार मेलों के माध्यम से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक अवसरों का लाभ उठाएं। उद्घाटन कार्यक्रम में प्रमुख हितधारकों, उद्योग के नेताओं और सरकारी अधिकारियों को एक साथ लाया गया, जो भारत सरकार द्वारा इस्पात उद्योग में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सार्थक संवाद और साझेदारियों के माध्यम से विकसित किए गए सहयोगात्मक माहौल को प्रदर्शित करता है।