विविभा-2024 में दिखा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में आईआईटी रोपड़ की भूमिका

आईआईटी रोपड़ ने गुरुग्राम के श्री गुरु गोबिंद सिंह ट्राइसेंटेनरी यूनिवर्सिटी (एसजीटी विश्वविद्यालय) में भारतीय शिक्षण मंडल (बीएसएम) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मेलन विविभा-2024 में भाग लिया। “विकसित भारत के लिए विजन” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया गया। इस कार्यक्रम में आत्मनिर्भर देश को आकार दे […]

भारत की सूक्ष्मजीवीय क्षमता के पूर्ण उपयोग के लिए ‘वन डे वन जीनोम’ पहल

जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान एवं नवाचार परिषद (ब्रिक) ने भारत की विशाल सूक्ष्मजीवीय क्षमता को दर्शाने के लिए ‘वन डे वन जीनोम’ पहल की शुरुआत की है। भारत के जी-20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व मुख्‍य कार्यपालक अधिकारी श्री अमिताभ कांत ने 9 नवंबर 2024 को नई दिल्ली के राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) में आयोजित ब्रिक […]

पराग विकास एवं बीज उत्पत्ति के निर्माणकर्ता की पहचान

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे नए जीन की पहचान की है जो पत्ता गोभी और सरसों से संबंधित अरेबिडोप्सिस फूल वाले पौधों में पराग कण और बीज निर्माण सहित पराग केसर (नर प्रजनन संरचना) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस अध्ययन से फसल की उर्वरता और बीज उत्पादन में सुधार की नई संभावनाएं बनी […]

इस्पात सचिव ने 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2024 में इस्पात मंडप का उद्घाटन किया

संदीप पौंड़रिक, आईएएस, सचिव, इस्पात मंत्रालय ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में हॉल नंबर 04 (भूतल) में 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले ( आईआईटीएफ) 2024 में इस्पात मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। अपने संबोधन के दौरान इस्पात सचिव ने भारत के आर्थिक विकास में इस्पात उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और इस क्षेत्र में अनुकूल माहौल बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने भारत में इस्पात की बढ़ती मांग पर प्रकाश डाला और इसे विकास का प्रतीक बताया। हॉल नंबर 4 और 5 में स्थित स्टील पैवेलियन में इस्पात उद्योग की मजबूती और नवाचार को प्रदर्शित किया गया, जिसमें भारतीय इस्पात कंपनियों, इस्पात मंत्रालय के सीपीएसई और निजी क्षेत्र के एकीकृत इस्पात उत्पादकों का प्रतिनिधित्व उनके सीएमडी/सीईओ द्वारा किया गया। इस्पात सचिव ने तकनीकी प्रगति के महत्व और कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रयासों के प्रति उद्योग की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को अपने उत्पादन प्रक्रियाओं के नमूने/मॉडल तैयार करने की सलाह दी, ताकि उद्योग की नवाचार और योगदान को प्रदर्शित किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने कंपनियों और मंत्रालय के अधिकारियों को सलाह दी कि वे आईआईटीएफ जैसे व्यापार मेलों के माध्यम से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक अवसरों का लाभ उठाएं। उद्घाटन कार्यक्रम में प्रमुख हितधारकों, उद्योग के नेताओं और सरकारी अधिकारियों को एक साथ लाया गया, जो भारत सरकार द्वारा इस्पात उद्योग में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सार्थक संवाद और साझेदारियों के माध्यम से विकसित किए गए सहयोगात्मक माहौल को प्रदर्शित करता है।

विज्ञान के दम पर ‘विकसित भारत’ की ओर: मोदी 3.0 में बड़े कदमों की शुरुआत, अंतरिक्ष और जैव-प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व की तैयारी!

नई वैज्ञानिक ऊर्जा के साथ भारत का भविष्य आकार ले रहा है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई क्रांति का आगाज हुआ है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मीडिया के साथ एक दूरदर्शी बातचीत में बताया कि ‘‘विज्ञान पर ज़ोर’’ मोदी […]

भारत और जर्मनी ने उन्नत सामग्रियों में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त घोषणा पर किए हस्ताक्षर

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत-जर्मन सहयोग को आगे बढ़ाने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम में, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जर्मन संघीय मंत्री सुश्री बेटिना स्टार्क-वात्ज़िंगर ने पारस्परिक लाभांश हेतु प्रतिबद्धता दर्शाते हुए उन्नत सामग्रियों पर अनुसंधान तथा विकास में सहयोग के इरादे से एक संयुक्त घोषणा का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी की उपस्थिति […]

परमाणु घड़ियों में क्रांति: क्वांटम मैग्नेटोमेट्री के जरिए नौवहन, दूरसंचार और विमानन क्षेत्र को मिलेगी नई सटीकता

नई खोजों की दिशा में आगे बढ़ते हुए, रमन अनुसंधान संस्थान (आरआरआई) के शोधकर्ताओं ने एक अद्वितीय प्रयोग के जरिए क्वांटम मैग्नेटोमेट्री का उपयोग करके परमाणु घड़ियों और मैग्नेटोमीटर की सटीकता में क्रांति ला दी है। इस प्रयास से नौवहन, दूरसंचार, और विमानन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में समय और परिशुद्धता के नए आयाम खुलेंगे। वैज्ञानिकों ने रिडबर्ग परमाणु […]

महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप भारत को वैश्विक पटल पर स्थापित करेंगे: जितेंद्र सिंह

केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज यहां कहा कि आने वाले वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप भारत को वैश्विक पटल पर स्थापित करेंगे। मंत्री महोदय आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की पहल (डीएसटी-निधि) के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आईआईटी दिल्ली में एक नई डीएसटी-निधि वेबसाइट के […]

कोडाइकनाल सौर वेधशाला ने सूर्य के अध्ययन के 125 वर्ष पूरे होने पर उत्सव मनाया

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायत्त संस्थान, भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (आईआईए) ने 1 अप्रैल 2024 को प्रतिष्ठित कोडाइकनाल सौर वेधशाला (केएसओ) की 125वीं वर्षगांठ मनाई, जिससे कोडाइकनाल सौर वेधशाला (केएसओ) के इतिहास का स्मरण किया जा सके। इसके वैज्ञानिकों का अभिनंदन करने और इसकी विरासत का सम्मान करना भारत में खगोल विज्ञान के लिए एक प्रमुख और बड़ी उपलब्धि […]

“विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, लीथियम-आयन बैटरियों के पुनर्चक्रण के लिए रेमाइन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का समर्थन किया”

प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) 15 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत में से  7.5 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने विगत 27 मार्च 2024 को नई दिल्ली में जिला उधम सिंह नगर,  उत्तराखंड के सितारगंज में एसआईआईडीसीयूएल औद्योगिक क्षेत्र के एल्डेको में “स्वदेशी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके लीथियम बैटरी […]