“पेट्रोल-डीजल के दामों में आज इस महीने में 12वीं बार बढ़ोतरी की गई है। देश के आधे से ज्यादा राज्यों में पेट्रोल 100 के पार निकल गया है। दिल्ली में आज पेट्रोल 28 पैसे महंगा होकर 97.50 और डीजल 26 पैसे महंगा होकर 88.23 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इस महीने अब तक पेट्रोल 3 रुपए 27 पैसे और डीजल 3 रुपए 8 पैसे महंगा हो चुका है।”
14 राज्यों में पेट्रोल 100 के पार निकला
देश के 14 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए पर पहुंचा गया है। वहीं बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, मणिपुर, उड़ीसा, चंडीगढ़, तमिलनाडु और लद्दाख में भी कई जगहों पर पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार निकल गया है।
मई में 16 बार बढ़े थे दाम
मई महीने की बात करें तो इसमें पेट्रोल-डीजल की कीमत में 16 बार इजाफा हुआ। इस दौरान पेट्रोल 4.11 और डीजल 4.69 रुपए महंगा हुआ है। इस साल की बात करें तो 1 जनवरी को पेट्रोल 83.97 और डीजल 74.12 पर था, जो अब 97.50 और 88.23 रुपए प्रति लीटर पर है। यानी 5 महीने से भी कम में पेट्रोल 13.53 और डीजल 14.11 रुपए महंगा हुआ है।
2022 तक 100 डॉलर तक जा सकती है कच्चे तेल की कीमत
ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस बैंक ऑफ अमेरिका ने एक रिसर्च नोट जारी किया है। उसने इस नोट में कहा है कि ब्रेंट क्रूड की कीमतें इस साल और अगले साल में ऊपर रहेंगी। यह तेल की सप्लाई और मांग के आधार पर बढ़ेंगी। इससे 2022 में कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के पार हो जाएंगी। नोट में कहा गया है कि हमारा मानना है कि वैश्विक स्तर पर तेल की जबरदस्त मांग से रिकवरी होगी। इससे आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के महंगे दामों से राहत मिलने की संभवना नहीं है। अभी कच्चा तेल 75 डॉलर पर है।
पेट्रोल-डीजल के महंगे होने से तेजी से बढ़ रही महंगाई
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ने से थोक महंगाई दर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के मुताबिक थोक महंगाई दर मई में 12.94% पर पहुंच गई है। यह मई 2020 में -3.37% रही थी। होल सेल प्राइस इंडेक्स (WPI) आधारित महंगाई दर लगातार 5वें महीने मई में चढ़ी है। इससे पहले अप्रैल में भी दर 10.49% पर रही थी। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई में कहा गया कि क्रूड पेट्रोलियम, मिनरल ऑयल के चलते महंगाई बढ़ी है। क्योंकि इससे पेट्रोल, डीजल, नेप्था और मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स महंगे हुए।