गगहा में आयोजित होगी 63 वीं बाबा शक्ति सिंह मेमोरियल ऑल इंडिया प्रतियोगिता
ब्यूरो प्रमुख – एन अंसारी गोरखपुर, बस्ती मण्डल
गगहा – गोरखपुर। गगहा में 63 वें साल आयोजित होने वाली बाबा शक्ति सिंह मेमोरियल ऑल इंडिया पुरुष और महिला वॉलीबॉल प्रतियोगिता की तैयारी पूरी हो गई है। वृहस्पतिवार से देश की दिग्गज टीमों के बीच मुकाबला शुरू होगा। वॉलीबाल की दिग्गज 12 टीमें गगहा पहुंच गई हैं । प्रतियोगिता का गवाह बनने के लिए देश के विभिन्न कोनों के अलावा विदेश में रहने वाले ग्रामीण भी यहां आए हैं। प्रतिभाग कर रही टीमों में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल हैं।
गगहा के जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता के मैच डे – नाइट आधार पर खेले जाएंगे। आयोजन सचिव व राष्ट्रीय खिलाड़ी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख गगहा व अध्यक्ष जिला प्रमुख संघ गोरखपुर शिवाजी चंद मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे। महिला और पुरुष वर्ग में विजेता टीमों को एक – एक लाख रुपये तथा उपविजेता टीम को 51- 51 हजार रुपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी व्यक्तिगत रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिता में भारतीय टीम के कप्तान विनीत कुमार , भारतीय महिला टीम की कप्तान निर्मला तंवर एवं अर्जुन अवार्ड से पुरस्कृत भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रणवीर सिंह सहित तमाम अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय खिलाड़ी मौजूद रहेगे ।

सीआईएसएफ की टीम
ये टीमें करेगी प्रतिभाग
भारतीय रेलवे, भारतीय सेना, दिल्ली सिआरपीसी,एसएसबी, पंजाब पुलिस, इण्डियन एयर फोर्स आदि की पुरुषों एवं महिलाओं की 22 टीमें भाग ले रही है।
विदेश से भी आते है लोग
63 सालों से आयोजित हो रही इस प्रतियोगिता से गगहा के लोगों का भावनात्मक जुड़ाव हैं। इस गांव के जो लोग विदेश या फिर भी देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं, आयोजन के दौरान यहां आना नहीं भूलते हैं। इस प्रतियोगिता के कारण गगहा का काफी विकास हुआ है। वॉलीबाल के क्षेत्र में यहां के युवाओ ने काफी नाम कमाया है।
जानिए प्रतियोगिता के बारे में
प्रतियोगिता के मीडिया प्रभारी अनुराग सिंह के अनुसार बाबा शक्ति सिंह राजस्थान के पाली स्टेट से आए थे। उस समय यह स्थान रुद्रपुर स्टेट के अधीन था। यहां थारू जातियो का वर्चस्व था । लोग उनके उपद्रव से परेशान थे। बाबा शक्ति सिंह ने थारू जाति का वर्चस्व समाप्त कर यही बस गए। आने वाली पीढ़ी ने उनके नाम पर आयोजन शुरू किया। सन् 1950 में स्थानीय स्तर पर शुरू हुई प्रतियोगिता, जिला फिर राज्य व करीब 20 सालों से ऑल इंडिया स्तर पर हो रही है।