अल्पाइन फउंडेशन व सी.आर.सी. गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में मानसिक स्वास्थ्य और महिला विषय पर परिचर्चा सी.आर.सी. गोरखपुर के सभागार में आयोजन किया गया।

गोरखपुर

संवाददाता-बीपीमिश्र,गोरखपुर

गोरखपुर 10 अक्टूबर 2021 मुख्य अतिथि श्रीमती निष्ठा उपाध्याय,पी.पी.एस. सहायक सेनानायक, 26वीं बटालियन पी.ए.सी रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री आर एस यादव, पुलिस उपाधीक्षक, पीटीएस, गोरखपुर तथा श्री मती सुनीता पटेल स्वास्थ्य व शिक्षासूचनाअधिकारी,महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती कृष्णा चटर्जी तथा डॉ गरिमा सिंह,सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञान,विभाग सेंट जोसेफ कॉलेज रही। कार्यक्रमकासंचालनकार्यक्रम समन्वयक सीआरसी गोरखपुर के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार जी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गोरखपुर के प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने कार्यक्रम का कवरेज किया। अपनी बात कहते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती निष्ठा उपाध्याय ने कहा कि महिलाओं को अपने घर के साथ साथ में अपने भी स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। सम्मानित अतिथियों ने मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन किरण के पोस्टर का भी विमोचन किया। बता दें इस समय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह 7-15 अक्टूबर तक चल रहा है। जिसमें असमान विश्व में मानसिक स्वास्थ और उसका समाधान प्रमुख मुद्दे हैं। कोरोना महामारी का लोगों की मानसिक अवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है, इसलिए इस बार मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य ( मेंटल हेल्थ इन एन अनइक्वल वर्ल्ड) रखा गया है। कोरोना संक्रमण के दौरान एकांतवास, लोगों से शारीरिक दूरी, आर्थिक तंगी और भविष्य की चिंता ने मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बेहद गंभीर स्थिति है। इसके अलावा मानसिक स्वास्थ सप्ताह के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या विषय पर ई-वेबिनार की परामर्श श्रृंखला 143 का भी आयोजन किया गया। जिसको डॉ बिन्नी वर्गीश ने संबोधित किया। इसी क्रम में अल्पाइन फाउंडेशन की सचिव अमृता राव ने महिलाओ को मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सेल्फ कॉन्फिडेंस को लेकर जागरूकता लाने की जरूरत है।अल्पाइन फाउंडेशन से सुमन,डॉ.विनोद कस्यप,संजय जायसवाल,डॉ.अरसद जमाल सहनी कविता राव आदि इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के निदेशक डॉ हिमांग्शु दास के निर्देशन में संपन्न हुआ।

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