भारतीय महासागर रिम एसोसिएशन सेमिनार

गोवा के नेवल वॉर कॉलेज में 25 सितंबर, 2024 को अवैध, अघोषित और अनियमित (आईयूयू) रूप से मछली पकड़ने पर इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) सेमिनार के दूसरे संस्करण का आयोजन किया गया । सेमिनार में हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में आईयूयू मछली पकड़ने की गतिविधियों, आर्थिक, पर्यावरणीय और सुरक्षा क्षेत्र में इसके निहितार्थ और इन गतिविधियों से निपटने में उन कानूनी रिक्तताओं की समीक्षा की गई जिन्हें आईओआरए सदस्य देशों द्वारा आगे बढ़ाया […]

एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी (सीएसएल) परियोजना के चौथे और पांचवें जहाज ‘मालपे और मुलकी’ का एक साथ जलावतरण किया गया

भारतीय नौसेना के लिए मैसर्स कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित आठ एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट (एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी) (सीएसएल) परियोजना के चौथे और पांचवें जहाज, मालपे और मुलकी का 09 सितंबर, 24 को सीएसएल, कोच्चि में जलावतरण किया गया। समुद्री परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, दोनों जहाजों को दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ […]

श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव ने रूसी अध्यक्षता के तहत ब्रिक्स श्रम एवं रोजगार मंत्रिस्तरीय बैठक 2024 में भाग लिया

श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय की सचिव सुश्री सुमिता डावरा ने 9-10 सितंबर, 2024 को रूस के सोची शहर में रूसी अध्यक्षता के तहत आयोजित ब्रिक्स श्रम एवं रोज़गार मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया। इस बैठक में ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका के सदस्य देशों के मंत्री/ प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों ने भी भाग लिया। ब्रिक्स साझेदारी के नए सदस्य: मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त […]

ब्रिक्स रोजगार कार्य समूह की बैठक 2024 रूस के सोची में आयोजित की गई

रूस की अध्यक्षता के अंतर्गत दूसरी और अंतिम ब्रिक्स रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) की बैठक रूस के सोची में आयोजित की गई। श्रम और रोजगार मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. महेंद्र कुमार के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक घोषणा के मसौदे पर विचार-विमर्श में भाग लिया, जिसे 9-10 सितंबर 2024 को होने वाली श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक के दौरान अपनाया जाएगा। रोज़गार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) की बैठक मंत्रिस्तरीय घोषणा को अंतिम रूप देने पर केंद्रित थी। रोजगार कार्य समूह की बैठक में विचार-विमर्श पिछली बैठकों के परिणामों को आगे बढ़ाने वाले प्रतिनिधियों के विचार विमर्श के साथ शुरू हुआ। चर्चा के लिए जीवन भर सीखने की रणनीति, व्यावसायिक मार्गदर्शन, रोजगार सेवाओं का आधुनिकीकरण, सुरक्षित और स्वस्थ कामकाजी परिस्थितियों को सुनिश्चित करना और सामाजिक समर्थन व्यवस्था प्राथमिकता वाले क्षेत्र थे। बैठक के दौरान ब्रिक्स संगठन के सदस्य देशों यानी ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधियों के अलावा, नए सदस्य देशों यानी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मिस्र, ईरान के प्रतिनिधियों और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (आईएसएसए) के प्रतिनिधियों ने प्राथमिकता वाले मुद्दों पर भी सुझाव दिए। […]

भारतीय और दक्षिण अफ्रीकी नौसेनाओं ने पनडुब्बी बचाव सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारतीय नौसेना और दक्षिण अफ्रीका की नौसेना ने द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को विस्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में एक कार्यान्वयन समझौते (आईए) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो किसी संकट या दुर्घटना के समय दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के पनडुब्बी चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल […]

केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने पैरा-बैडमिंटन दल को सम्मानित किया, असाधारण प्रदर्शन के लिए खिलाडियों की प्रशंसा की

केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज नई दिल्ली में भारतीय पैरा-बैडमिंटन दल को भारत लौटने पर सम्मानित किया। भारत ने जीते गए कुल पदकों के मामले में पैरा बैडमिंटन में: पेरिस पैरालिंपिक खेल 2024 में 5 पदक (1 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य) के साथ […]

सुहास यतिराज: पेरिस पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने का निरंतर सिलसिला

भारतीय पैरा-शटलर सुहास यतिराज ने पेरिस 2024 पैरालिंपिक में पुरुष एकल एसएल4 श्रेणी में रजत पदक जीतकर पैरालिंपिक में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। एसएल4 श्रेणी उन एथलीटों के लिए है, जिनके एक या दोनों निचले अंगों में विकलांगता है और चलने या दौड़ने में संतुलन बनाने में न्यूनतम कमी है। फ्रांस के लुकास माजुर के खिलाफ एक कड़े मुकाबले […]

मोना अग्रवाल ने जीता कांस्य पदक, पैरा शूटिंग में एक उभरता सितारा

मोना अग्रवाल एक ऐसा नाम है जो तेजी से पैरा शूटिंग में उत्कृष्टता का पर्याय बन गया है। उन्होंने पैरालिंपिक्स 2024 में आर2 महिला 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर वैश्विक खेल जगत में अपना दबदबा कायम किया है। शुरुआती जीवन की चुनौतियों से पार पाने से लेकर अपने खेल में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने तक मोना की यात्रा उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा मोना का जन्म राजस्थान के सीकर में 8 नवंबर, 1987 हुआ था। मोना को जीवन के शुरूआत में ही एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। वह केवल नौ महीने की उम्र में पोलियो से पीड़ित हो गईं, जिससे उनके दोनों निचले अंग प्रभावित हुए। इसके बावजूद, उन्होंने दृढ़ संकल्प के साथ अपनी शिक्षा प्राप्त की, कला विषय में डिग्री पूरी की और वर्तमान में दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से मनोविज्ञान विषय में स्नातकोत्तर कर रही हैं। धैर्य और दृढ़ संकल्प की यात्रा 23 साल की उम्र में मोना ने घर छोड़कर स्वतंत्र जीवन जीने का साहसिक निर्णय लिया। रास्ते में कई शारीरिक चुनौतियों को पार करते हुए, उन्होंने मानव संसाधन और विपणन भूमिकाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 2016 में, उन्होंने अपना ध्यान पैरा-एथलेटिक्स पर केंद्रित किया, जहां उन्होंने थ्रो स्पर्धाओं में राज्य में पदार्पण किया और तीनों श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने राज्य स्तरीय पैरा पॉवरलिफ्टिंग में भी भाग लिया और कई पदक अर्जित किये।   भारत में सिटिंग वॉलीबॉल में अग्रणी अपनी एथलेटिक उपलब्धियों के अलावा, मोना भारत में महिलाओं के लिए सिटिंग वॉलीबॉल में भी अग्रणी रही हैं। कप्तान के रूप में, उन्होंने 2019 में महिलाओं के लिए पहली राष्ट्रीय सिटिंग वॉलीबॉल चैंपियनशिप में राजस्थान टीम को स्वर्ण पदक दिलाया। हालांकि, उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए चुना गया था, लेकिन वे अपनी गर्भावस्था के कारण उसमें भाग नहीं ले सकीं। राइफल शूटिंग में हाथ आजमाया दिसंबर 2021 में मोना ने व्यक्तिगत खेल में खुद को आगे बढ़ाने का फैसला किया और राइफल शूटिंग को चुना। उनकी सहज प्रतिभा शुरू से ही स्पष्ट थी, उन्होंने 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर रजत पदक जीता। 2023 के मध्य तक, उन्होंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता और चौथे एशियाई पैरा खेलों में छठे स्थान पर रहीं। मोना के दृढ़ संकल्प का फल उसके चौथे अंतरराष्ट्रीय आयोजन में मिला, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक और पैरालंपिक कोटा हासिल किया और एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि ने वैश्विक मंच पर पैरा शूटिंग में एक शीर्ष दावेदार के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत कर दिया है। प्रशिक्षण एवं सहायता पैरा शूटिंग में मोना अग्रवाल की सफलता में भारत सरकार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मोना को खेलो इंडिया योजना और राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) कार्यक्रम जैसी पहल के माध्यम से अपने प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा की जरूरतों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है। इन कार्यक्रमों से उन्हें विश्व स्तरीय सुविधाओं का लाभ मिला, जिसमें नई दिल्ली में डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में भोजन और आवास के साथ-साथ आवश्यक खेल उपकरण और सहायक उपकरण भी शामिल हैं। इससे मोना को उसके कौशल को निखारने और पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने के उसके सपने को हासिल करने में काफी मदद मिली। निष्कर्ष मोना अग्रवाल की खेल यात्रा उनकी जीवटता, दृढ़ संकल्प और सफलता की एक प्रेरक कहानी है। फिलहाल, वह पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने की तैयारी कर रही हैं। ऐसे में उनकी ये उपलब्धियां भावी खिलाड़ियों के लिए आशा और प्रेरणा की किरण हैं। संदर्भ भारतीय एथलीट: पेरिस पैरालिंपिक 2024 पीडीएफ https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2050108 मोना अग्रवाल ने जीता कांस्य पदक!

भारतीय तटरक्षक बल ने खंबात में घायल नौका चालक को सुरक्षित निकाला

भारतीय तटरक्षक बल ने खंबात की खाड़ी में मत्य्ुरक नौका में गंभीर रूप से घायल चालक दल के सदस्यी को सुरक्षित निकाला भारतीय तटरक्षक स्टेशन पिपावाव ने 03 अप्रैल, 2024 को खंबात की खाड़ी में तट से 50 किलोमीटर दूर, पुष्कर राज नामक एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नौका से 37 साल के गंभीर रूप […]

वित्त वर्ष 2023-24 में कार्गो प्रबंधन के मामले में पारादीप बंदरगाह भारत के प्रमुख बंदरगाहों में शीर्ष पर

पारादीप पोर्ट अथॉरिटी (पीपीए) की असाधारण यात्रा हाल की अविश्वसनीय 145.38 एमएमटी कार्गो प्रबंधन की रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल करने के साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है और इस तरह से यह दीनदयाल पोर्ट, कांडला को पीछे छोड़ सबसे अधिक कार्गो हैंडलिंग करने वाले देश के प्रमुख बंदरगाह के रूप […]