ममता सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी गिरफ्तार, करीबी के घर से ईडी ने बरामद किए थे 20 करोड़ रुपये
प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रह चुके पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया है कि उन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में अरेस्ट किया गया है। एक दिन पहले ही उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर पर भी ईडी की रेड पड़ी थी। इस छापे में करीब 20 करोड़ रुपये मिलने का दावा हुआ था।
पार्थ चटर्जी अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं, वह उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब यह कथित घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार 25 अप्रैल को और दूसरी बार 18 मई को पूछताछ की गई थी। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भी अधिकारियों ने घोटाले के बारे में उनसे 11 घंटे से ज्यादा पूछताछ की।
मंत्री की करीबी सहयोगी के घर मिले 20 करोड़
जानकारी के अनुसार, पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर पर भी ED ने छापा मारा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान ईडी ने करीब 20 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। इस कार्रवाई की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों का एक बड़ा पहाड़ देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि अर्पिता मुखर्जी के नाम पर कुछ प्रॉपर्टी के दस्तावेज़ मिले हैं। जिसमें अब ईडी आगे की जांच कर रही है।
पार्थ और अर्पिता के अलावा ईडी ने कई और ठिकानों पर भी छापे मारे हैं। ईडी के अधिकारियों ने राज्य के उत्तरी हिस्से में कूचबिहार जिले में एक अन्य मंत्री परेश अधिकारी के घर का भी दौरा किया और उनके परिवार के सदस्यों से बात की। इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली और नौ अन्य लोगों के घरों पर एक साथ छापे मारे।
बता दें सीबीआई हाई कोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच कर रहा है। वहीं, ईडी इस मामले से संबंधित कथित धनशोधन की जांच में जुटा है।