केरल: त्रिशूर मे एक 17 वर्षीय लड़की ने अपने बीमार पिता को बचाने के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा दान किया। दान करने वाली लड़की देवानंद ने बताया, “मैं अपने पिता की जान बचाने के लिए यह किया है। इस बीमारी के दौरान हमने बहुत कुछ सहा है। किसी और परिवार को इस तरह की पीड़ा न झेलनी पड़े।”
देवानंद ने अपने दान की प्रति अपनी हालत का सत्य बताया और अपने पिता की जान बचाने के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा दान किया। उसने कहा, “किसी और परिवार को इस तरह की पीड़ा न झेलनी पड़े।”
देवानंद की उदारता और बल में हमेशा प्रेरणास्रोत होगा। इस घटना को देखकर, हम सभी अपने समुदाय में अपने कर्तव्यों को याद रखेंगे और दूसरों की मदद के लिए अपने समर्थन देंगे। हम सभी देवानंद की तरह अपने समुदाय की सहायता करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं और परिवारों को ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण पीड़ा के साथ न झेलने देंगे।