- थाने के दारोगा की तहरीर पर दर्ज हुआ केस
- एसएसपी के निर्देश पर पहुंची थी टीम
खजनी ।।
देवरिया जिले का विभत्स हत्याकांड अभी चर्चा में है। इस बीच खजनी थानाक्षेत्र के मऊं धरमंगल गांव में राजस्व विवाद से संबंधित एक मामले में जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅ.गौरव ग्रोवर के निर्देश पर जांच में पहुंची पुलिस और राजस्व टीम को दबंग मनबढ़ किस्म के अपराधियों के उपद्रव और संभावित बड़े हमले के भय से बैरंग वापस लौटना पड़ा।
हालांकि थाने पर पहुंचने के बाद पुलिस ने मौके पर पुलिस टीम के साथ गए थाने के दारोगा की तहरीर पर नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले में केस दर्ज कर लिया है और कार्रवाई शुरू कर दी है।
बीते 6 अक्टूबर को एसएसपी के निर्देश पर एसडीएम राजू कुमार और क्षेत्राधिकारी खजनी अंजनी कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष,एसआई एवं पुलिस टीम के साथ पुर्वाह्न 11.50 बजे थाना क्षेत्र के मऊं धरमंगल गांव में एक दो मंजिला मकान के दूसरी मंजिल का छत लगवाने का विवाद सुलझाने के लिए पुलिस और राजस्व टीम गांव में पहुंची थी। इस बीच प्रतिपक्षीयों ने एसडीएम और सीओ समेत पुलिस और राजस्व टीम को घेर लिया तथा मारपीट (फौजदारी) पर आमादा हो गए। हालांकि सीओ ने प्रतिपक्षीयों को समझा बुझाकर शांत कराने का भरपूर प्रयास किया। किंतु उन्हें सफलता नहीं मिली दबंग अपराधियों ने पुलिस और राजस्व टीम पर मिली भगत और धन उगाही का आरोप लगाते हुए गाली गलौज और मरने मारने की धमकी देते हुए हमलावर हो गई। इस दौरान दबंग अपराधियों और पुलिस टीम के बीच हल्की झड़प भी हुई। और गंभीर शांति भंग की आशंकाओं को देखते हुए पुलिस टीम बैरंग वापस लौट आई।
स्थानीय प्रशासन को किरकिरी से बचाने के लिए पुलिस टीम ने थाने पर पहुंचने के बाद एसआई विवेक चतुर्वेदी की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 0367 के तहत धारा 147,504,506,353,336, 186 और आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम की धारा 7 में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की विवेचना एसआई आनंद कुमार को सौपी गई है।
बता दें कि मऊं धरमंगल गांव के निवासी ओमप्रकाश यादव के पुराने मकान की दूसरी मंजिल का छत लगाने के दौरान पड़ोसी प्रतिपक्षीयों के साथ विवाद चल रहा है। उक्त मामले में बीते वर्ष गंभीर मारपीट और गोली चलने की घटना भी हुई थी। मामले में खजनी थाने में केस दर्ज कर कार्रवाई की गई थी। बीते 15 माह से मकान के दूसरी मंजिल की छत की सटरिंग लगी हुई है किन्तु दूसरे पक्ष के विरोध के कारण छत नहीं लग पा रही है।
मामले की लिखित सूचना पीड़ित पक्ष के द्वारा कमिश्नर, डीएम, एसएसपी, एसडीएम,सीओ समेत तहसील और थाना समाधान दिवस में लगातार दी जाती रही है।
उक्त मामले में एसएसपी के निर्देश पर पुलिस और राजस्व टीम सहमति से मकान की छत लगाने का विवाद सुलझाने के लिए पहुंची थी।