15 वर्ष की आयु में खिलाड़ी बन पहुंचे थे अयोध्या

उत्तर प्रदेश क्राइम & सुरक्षा गोरखपुर
  • विवादित स्थल पर झंडा फहराने की थी जिद

तहसील संवाददाता -नरसिंह यादव, बांसगांव, गोरखपुर


राम मन्दिर आन्दोलन में अयोध्या में विवादित ढांचे पर झंडा फहराने के विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर 30 अक्टूबर 1990 को अपने मार्ग दर्शक गुरु गगहा क्षेत्र के हाटा बाजार निवासी बलदेव यादव व गम्भीर पुर निवासी शेषनाथ सिंह के नेतृत्व में कक्षा 10 वीं अध्यनरत 15 वर्षीय भैंसहा निवासी राधामोहन सिंह व 12 वीं अध्यनरत रकहट निवासी वेद प्रकाश पाण्डेय के साथ 10 से 12 की संख्या में पैदल ही अयोध्या में कार सेवक बन झंडा फहराने निकल पड़े पुलिस से बचने के लिए पगडंडी व खेतों से होते हुए आगे बढ़ते जा रहे थे जब कहीं पुलिस से आमना-सामना होता था खिलाड़ी बनकर आगे बढ़ जाते। इनकी टीम गगहा से खजुरी बाबू जानीपुर होते हुए भूपगढ पहुंची जहां एक परिचित के यहां विश्राम किए तत्पश्चात अरांव होते हुए बेलघाट में रात्रि विश्राम किया रास्ते में नदी नालों को पार करते हुए आगे बढ़ते रहे तीसरे दिन अयोध्या की छावनी तक पहुंचने में सफल रहे लेकिन वहां सभी लोग पुलिस को चकमा नहीं दे पाए और पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आखिरकार बिना झंडा फहराए घर वापस आना पड़ा । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हमेशा उत्सुकता बनी रहती थी हम लोगों का यह सपना 22जनवरी 2024 में पूरा हो रहा है। इस खुशी में हम सभी लोग प्रफुल्लित हैं 22 जनवरी को पूरे दिन हम सभी लोग अपने गांवों में भजन कीर्तन के साथ मिष्ठान वितरण भी करेंगे साथ ही प्रत्येक घर पर लोगों से दीपक जलाने की अपील की 22 को एक बार पुनः अपने प्रभु श्री राम जी के अयोध्या में विराजमान होने पर दीपोत्सव मनाया जाएगा यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी होगी।