पंचकूला, चंडीगढ़ के ताऊ देवी लाल इंडोर स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय मुआ थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2024 में गोरखपुर के युवा खिलाड़ियों ने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया। 30 अगस्त 2024 से 1 सितंबर 2024 तक चली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का आयोजन WBC एमेच्योर इंडिया नेशनल फेडरेशन इंडिया द्वारा किया गया, जिसमें देशभर से खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
गोरखपुर के खिलाड़ियों की शानदार सफलता
इस चैंपियनशिप में गोरखपुर के खिलाड़ियों ने कई भार वर्गों में पदक हासिल कर न केवल अपने शहर का नाम रोशन किया, बल्कि मुआ थाई बॉक्सिंग के राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान भी बनाई। 48 किग्रा भार वर्ग में आर्यन कुमार (विक्ट्री मार्शल आर्ट, जनता इंटर कॉलेज, गोरखपुर) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए *गोल्ड मेडल* हासिल किया। इसी भार वर्ग में वैभव पांडेय (सेड हाइब्रिड एकेडमी, गोरखपुर) ने सिल्वर मेडल जीता। 38 किग्रा भार वर्ग में विकास कुमार (विक्ट्री मार्शल आर्ट, जनता इंटर कॉलेज, गोरखपुर) ने भी अपनी शक्ति और क्षमता का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। वहीं, इसी भार वर्ग में अमन कुमार (विक्ट्री मार्शल आर्ट, जनता इंटर कॉलेज, गोरखपुर) ने सिल्वर मेडल प्राप्त किया। 50 किग्रा भार वर्ग में ऋषभ पांडेय (सेड हाइब्रिड एकेडमी, गोरखपुर) ने ब्रॉन्ज मेडल जीता और 70 किग्रा भार वर्ग में फरहान खान (विक्ट्री मार्शल आर्ट, गोरखपुर) ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया।
नेशनल कैंप के लिए चयन और इंटरनेशनल चैंपियनशिप की तैयारी
मुआ थाई के प्रेसिडेंट दीप मौर्य ने बताया कि इस चैंपियनशिप में जिन्होंने *गोल्ड और सिल्वर मेडल* जीते हैं, उनका चयन नेशनल कैंप के लिए किया गया है। इन खिलाड़ियों को इटली में होने वाली *WBC मुआ थाई बॉक्सिंग इंटरनेशनल चैंपियनशिप* के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग का उद्देश्य उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए तैयार करना है। मुआ थाई सेक्रेटरी और मुख्य कोच विजय भास्कर के नेतृत्व में गोरखपुर के इन खिलाड़ियों ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और कठिन मेहनत से सफलता के इस शिखर को छुआ। कोच भास्कर ने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और बताया कि यह सफलता उनके निरंतर परिश्रम और अनुशासन का परिणाम है।
लखनऊ से विशेष सहयोग और शुभकामनाएं
आकाशदीप लखनऊ के सचिव मनु शास्त्री, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रज्ञादीप प्रिय और टीम कैप्टन कबीर ने भी गोरखपुर के इन खिलाड़ियों की सफलता पर हर्ष जताया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह भारतीय मुआ थाई बॉक्सिंग के भविष्य की एक मजबूत नींव है।
मुआ थाई बॉक्सिंग: उभरता हुआ खेल
मुआ थाई बॉक्सिंग धीरे-धीरे भारत में एक लोकप्रिय खेल के रूप में उभर रहा है। इस खेल में न केवल शारीरिक क्षमता और ताकत की आवश्यकता होती है, बल्कि मानसिक अनुशासन और रणनीति का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है। गोरखपुर के ये युवा खिलाड़ी मुआ थाई के इस तेजी से बढ़ते खेल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की राह पर हैं। गोरखपुर के इन सफल खिलाड़ियों की यह यात्रा उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो मुआ थाई या किसी अन्य खेल में अपना करियर बनाने का सपना देखते हैं। उम्मीद है कि ये खिलाड़ी आगे भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगे।