संवाददाता- मनोज कुमार सिंह, उत्तर प्रदेश
बस्ती (उत्तर प्रदेश): भारत में साहस, दृढ़ संकल्प और परिश्रम की नई कहानी लिखने निकले पश्चिम बंगाल के दो साहसी यात्रियों, दीपक पाल और सन्तु विश्वास, ने साइकिल से भारत भ्रमण का अद्वितीय संकल्प लिया है। दोनों यात्री नादिया जिले के बिष्णुपुर और हंसखली कोळीवाडा गांव के निवासी हैं, जिन्होंने पहले भी दो बार साइकिल यात्रा पूरी की है, और अब यह उनकी तीसरी रोमांचक यात्रा है। यह यात्रा केवल भूगोल की सीमाओं को पार करने का नहीं, बल्कि भारत की विविधताओं और सांस्कृतिक धरोहरों से रूबरू होने का एक सार्थक प्रयास है। आर.वी.9 न्यूज़ के संवाददाता मनोज कुमार से उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में हुई मुलाकात के दौरान दीपक और सन्तु ने अपनी यात्रा और अनुभव साझा किए, जिसने सभी को प्रेरित किया।
यात्रा की शुरुआत और गंतव्य
दीपक पाल और सन्तु विश्वास ने अपनी तीसरी साइकिल यात्रा की शुरुआत पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से की है। यह यात्रा न केवल भारत के विभिन्न राज्यों और शहरों से होकर गुजरने वाली है, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल के नुकाला तक भी इन्हें ले जाएगी। इस अद्वितीय यात्रा का उद्देश्य केवल साइकिल से दूरी तय करना नहीं है, बल्कि देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का दर्शन करना भी है। यात्रा का पहला चरण नेपाल के नुकाला से शुरू होकर अयोध्या, दिल्ली और ऋषिकेश तक का है। इसके बाद ये दोनों साहसी यात्री उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर चारों धामों के दर्शन करेंगे। इस यात्रा की शुरुआत 1 अगस्त को हुई, और यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का संदेश भी देती है।
यात्रा का उद्देश्य: श्रद्धा और प्रेरणा
दीपक पाल और सन्तु विश्वास की साइकिल यात्रा का उद्देश्य केवल भौतिक दूरी तय करना नहीं है, बल्कि जीवन में धैर्य, संयम और आत्मशक्ति की शक्ति को समझना है। दोनों यात्रियों का मानना है कि यह यात्रा न केवल उनके लिए व्यक्तिगत रूप से एक आध्यात्मिक अनुभव होगी, बल्कि युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगी। उनका कहना है कि साइकिल चलाना न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। उन्होंने बताया कि साइकिल यात्रा के माध्यम से वे लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव ला सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें छोटे-छोटे कदम उठाने की जरूरत है, और साइकिल यात्रा इसी दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
पूर्व की सफल यात्राएं और अनुभव
यह तीसरी साइकिल यात्रा है, लेकिन इससे पहले दीपक और सन्तु ने दो बार भारत भ्रमण की साइकिल यात्रा पूरी की है। अपनी पिछली यात्राओं में उन्होंने भारत के विभिन्न कोनों को देखा और वहां की संस्कृति, रहन-सहन, और परंपराओं को नजदीक से अनुभव किया। उन्होंने बताया कि साइकिल यात्रा के दौरान हर राज्य, हर गांव और हर शहर की विविधताएं देखने को मिलती हैं, जो देश की एकता और अखंडता का प्रमाण हैं।यात्रा के दौरान उन्हें विभिन्न स्थानों पर कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनका हौसला कभी नहीं डगमगाया। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी महानगरों तक, हर जगह उन्हें लोगों का समर्थन और सहयोग मिला, जिससे उनका विश्वास और मजबूत हुआ।
दीपक और सन्तु ने बताया कि उनकी यह यात्रा केवल तीर्थ स्थलों के दर्शन तक सीमित नहीं है। वे अपनी इस यात्रा के माध्यम से लोगों को जागरूक करना चाहते हैं कि कैसे साइकिल चलाने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना लंबी दूरी तय की जा सकती है। साइकिल चलाने से जहां फिटनेस बेहतर होती है, वहीं यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।
दोनों यात्री अपनी यात्राओं के दौरान जहां भी जाते हैं, वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत कर उन्हें भी साइकिल चलाने के फायदे बताते हैं। उनका कहना है कि भारत के महानगरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए साइकिल का उपयोग और भी जरूरी हो गया है। यह एक ऐसा साधन है जो न केवल किफायती है, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को भी बढ़ावा देता है।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में जब दीपक और सन्तु की मुलाकात आर.वी.9 न्यूज़ संवाददाता से हुई, तब तक यह यात्रा काफी लोकप्रिय हो चुकी थी। गांवों और शहरों में लोग उनके साहस और धैर्य की तारीफ कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उन्हें हर जगह लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। ग्रामीण लोग उनके साहस को देखकर प्रेरित हो रहे हैं और उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दे रहे हैं।
आगे की यात्रा और उम्मीदें
दीपक पाल और सन्तु विश्वास का यह सफर अभी जारी है। नेपाल से लेकर अयोध्या, दिल्ली, ऋषिकेश होते हुए उत्तराखंड के चार धामों तक की यह यात्रा उन्हें आत्मज्ञान, धैर्य और साहस की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। उनका यह साहसिक प्रयास न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं। यह यात्रा एक यादगार अनुभव बनने वाली है, जो न केवल दीपक और सन्तु के जीवन को बदल देगी, बल्कि उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरक कहानी होगी, जो इनके साहस और दृढ़ संकल्प से प्रेरणा लेंगे।
साइकिल यात्रा की इस अद्वितीय पहल के लिए दीपक पाल और सन्तु विश्वास को आर.वी.9 न्यूज़ परिवार की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं!