ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सी एस अग्रवाल ने
बताया कि जनपद में 104296 बच्चों को जापानीज टीके लगाए जाएंगे इस क्रम में माह जुलाई तक 9 से 12 माह तक 54463 बच्चों के सापेक्ष 13983 और 1 वर्ष से 2 वर्ष तक के 49833 के सापेक्ष 12936 बच्चों को टीके लगाए जा चुके हैं, उन्होंने बताया कि मच्छरजनित जापानीज इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए नौ महीने और डेढ़ साल के बच्चों को टीके की पहली और दूसरी खुराक दी जाती है | पहले जेई का टीका शुष्क रूप में आता था और उसे लिक्विड फार्म में बनाना पड़ता था । अब भारत में बने जेई के नये टीके लगने हैं, जो पहले से ही लिक्विड फार्म में हैं । यह टीका भी उसी तरह असरदार और सुरक्षित है । टीके के प्रत्येक वॉयल में पांच डोज उपलब्ध हैं । जिन बच्चों की दूसरी डोज ड्यू है, उन्हें भी नया टीका ही लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जेई के नये टीके पर ओपेन वॉयल पॉलिसी लागू है और यह टीका एक बार खुलने के बाद 28 दिनों तक इस्तेमाल हो सकता है । इस संबंध में टीकाकरणकर्मियों को बताया गया है कि यह टीका बांए
पैर के मध्य जांघ के आगे व बाहर की तरफ इंट्रा मास्क्यूलर लगाया जाएगा । वायल खोलने के बाद तुरंत दिनांक और समय डाल दिया जाएगा ताकि तय समय तक वायल का इस्तेमाल हो सके। यदि किसी को टीके की दूसरी डोज के साथ डीपीटी बूस्टर टीका लगाया जा रहा है तो जेई टीके की जगह से डेढ़ इंच तीन अंगुलियों का फासला रखना अनिवार्य होगा । बताया कि माह के प्रथम बुधवार को सभी सीएससी पीएससी और जिला अस्पताल में टीके लगाए जाते हैं और शनिवार को आंगनबाड़ी केंद्रों में वी एच एन डी सत्र के दौरान टीके लगाए जाते हैं