ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
अमेठी 08 अक्टूबर 2021 : बच्चे स्वस्थ व सुपोषित रहें इसके लिए जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान माँ को पौष्टिक आहार व उनकी उचित देखभाल की जाय । इसके अलावा जन्म के एक घंटे के अंदर शिशु के लिए स्तनपान व छह माह की आयु पूरी होने पर स्तनपान के साथ ऊपरी आहार बेहद अहम है । उक्त बातें मुख्य विकास अधिकारी डा. अंकुर लाठर ने शुक्रवार को नगर के एक होटल में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से आयोजित पोषण माह के तहत मीडिया वर्कशाप को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि विभागीय प्रयास व आपसी समन्वय से जनपद में में कुल 169829 बच्चों का वजन लिया गया। इसमें 149838 बच्चे स्वथ्य मिले। वहीं 1954 कुपोषित बच्चों में 1554 बच्चों में सुधार हुआ है। अभी 283 बच्चे पोषण निगरानी में हैं। उन्होने कहा कि सुपोषित हुये बच्चों की अधिक देखभाल की अवश्यकता है ऐसा न होने पर वह दोबारा कुपोषण की चपेट में आ सकते हैं। इसके लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम को भी लगाया गया है जो पीले श्रेणी के बच्चों को आयरन की गोली व अति कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए संदर्भित करती है ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. विनय कुमार सिंह ने कहा कि विभाग के माध्यम से अन्नप्राशन, गोदभराई, बचपन दिवस, किशोरी दिवस, ममता दिवस, लाडली दिवस, सुपोषण दिवस एवं स्वच्छता दिवस के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं, शिशुओं के नियमित टीकाकरण किया जाता है। उपरोक्त दिवस पर कुपोषण को खत्म करने का ही प्रयास किया जाता है। इसलिए नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं, किशोरी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचकर जानकारी लें और स्वस्थ समाज की स्थापना में अपना योगदान दें। डीपीओ ने बताया कि जिले में 930 पोषक वाटिका संचालित है और 1506 पोषण वाटिका के लिए सब्जियों के बीज वितरित किया गया है। इसके साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को नंदघर से आच्छादित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके जरिए लोगों में जागरूकता फैलाया जा रहा है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी गौरीगंज संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि पोषण माह के दौरान प्रयास किया गया कि गांव के लोग जागरूक होकर पोषणयुक्त आहार का सेवन करें। इसके लिए घर के आसपास खाली जमीन पर पोषण वाटिका का निर्माण भी आसानी से हो सकता है।
ईवाई एलएलपी, कोआर्डीनेटर पार्टनर डा0 निधीश मिश्रा ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा वीएचएसएनडी दिवस पर बच्चों का वजन कर कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन एवं प्रबंधन का काम किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान अभिभावकों को साफ-सफाई के बारे में जानकारी देने के साथ पोषण के महत्व को भी बताने का काम कर रही हैं। इस दौरान सैम-मैम बच्चों की पहचान भी करतीं हैं।
इस मौके पर सीडीपीओ ब्लाक जामो मोहम्मद जुनैद ने पोषण वाटिका से बच्चों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के बारे में जानकरी दी। उन्होने आंगनवाड़ी केंद्र पर संचालित सेवाओं एवं क्रियान्वयन की जानकारी दी। सीडीपीओ शाहगढ़ ममता नायक भावना राणा ने प्री-प्राइमरी स्कूल तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यहां पर नवनिहालों के खेल-खेल में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है। मीडिया वर्कशाप को संजय सिंह सीडीपीओ भादर , पुष्पा मिश्रा , सीडीपीओ अमेठी प्रवीण विश्वकर्मा, शिवानी दीक्षित तिलोई, रूपेश सरोज संग्रामपुर, मोहम्मद अर्शलान, रवींद्र कुमार, सीफार स्टेट प्रोजेक्ट ऑफिसर ईशा सिंह, मंडलीय समन्वयक सुशील वर्मा, विनय श्रीवास्तव, महेंद्र सिंह, संतोष श्रीवास्तव आदि ने संबोधित किया।