ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी, गोरखपुर
- रक्त चढाने के लिए लोगों में दिखा उत्साह
बासगांव – गोरखपुर। श्रीनेत वंशीय क्षत्रियों की अपने खुन से अपनी कुलदेवी की पुजा करने चली आ रही परम्परा को आज भी सम्पूर्ण श्रीनेत वंशीय क्षत्रिय पुरे उत्साह के साथ मनाते है। शारदीय नवरात्रि के पर्व में श्रीनेत क्षत्रिय नवरात्रि के दुसरे दिन से अपनी कुलदेवी की आराधना शुरू करते हैं । नवरात्रि के अष्टमी के दिन रात में श्रीनेत वंशीय क्षत्राणीया अपनी कुलदेवी की पुजा रात्रि में मंदिर के ही प्रागण में कराही चढाई जाती है ।और हल्वा पुडी चढाई जाती है ।नवरात्रि के नवे दिन माता के चरणों में बारह दिन के उम्र से ऊपर के सभी पुरुष अपने रक्त से माता की पुजा करते हैं। अविवाहित पुरुष अपने ललाट पर अस्तुरे से चीरा लगवाते है, विवाहित पुरुष अपने नव अंग से खुन निकाल कर माता की पुजा करते हैं । मंदिर के पुजारी श्रवण पाण्डेय का कहना है कि इस मंदिर पर मेर ही खानदान के लोगों द्वारा पुजा किया जाता रहा है, मेरे पुरवजो द्वारा बताया गया था । कि पहले यहा के श्रीनेत क्षत्रिय अपने ज्येष्ठ पुत्र की बलि माता को दी जाती थी। इस परम्परा को बंद करने के लिए ब्राह्मण के द्वारा हठयोग करने के पश्चात मानव बलि बंद करवा कर पशु बलि की शुरुआत की गई पशु बलि को बंद कराने के लिए राम चंद्र शरमा व जोगिन्दर सिहं के द्वारा पशु बलि को बंद कराया गया। और कुलदेवी की पुजा अपने रक्त से करने की प्रथा की शुरुआत हुई जिसका निरवहन आज भी श्रीनेत वंश के क्षत्रिय द्वारा किया जा रहा है ।आज के दिन बासगांव के समस्त क्षत्रिय आते हैं और इस पुजा में शरिक होते हैं। आज के दिन मंदिर पर चतुरभुज सिहं पुरव प्रमुख बासगांव, शिवाजी सिहं, वेदप्रकाश शाही नगर पंचायत अध्यक्ष, राधेश्याम सिहं, सुप्रिया श्रीनेत काग्रेंस प्रवक्ता, विवेकानंद सिहं, शिवेन्द्र प्रताप सिंह, विजय प्रताप सिंह बब्लू अशोक सिंह पतकार रवि प्रताप सिंह शिक्षक, मौजूद रहे।