किसान होना गर्व की बात – उपराष्ट्रपति

किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है- उपराष्ट्रपति जब किसान हंसता है तो पूरा देश हंसता है, सभी वर्गों में खुशहाली आती है- उपराष्ट्रपति किसानों को कृषि उत्पादों के व्यापार में आगे आना चाहिए – उपराष्ट्रपति कृषि उत्पादों का व्यापार दुनिया में बहुत बड़ा है, किसानों के बच्चो नौकर बनने की मत सोचिये, लोगों को नौकरी देने […]

नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक

सक्रिय रुख अपनाने से कोहरे की अवधि के दौरान उड़ानों को रद्द करने और उनके मार्ग को बदलने के मामलों में उल्लेखनीय गिरावट आई नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की आज नई दिल्ली में बैठक हुई। चर्चा का विषय था ‘कोहरे की योजना।’ बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य […]

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया ने मिशन लाइफ के तहत 2 से 8 अक्टूबर तक आयोजित वन्यजीव सप्ताह के दौरान जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया

      डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मिशन लाइफ के तहत 2 से 8 अक्टूबर तक वन्यजीव सप्ताह के अवसर पर विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया। इनका उद्देश्य दिल्ली के कई स्कूलों के छात्रों का प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने में वन्यजीव संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के महत्व पर […]

भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय का विशेष अभियान 3.0

भूमि संसाधन विभाग में विशेष अभियान 3.0 अपनी वास्तविक भावना से चलाया जा रहा है। यहां स्थित इसके तीनों कार्यालयों, एनबीओ बिल्डिंग, शिवाजी स्टेडियम एनेक्सी और सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्वच्छता गतिविधियां चलाई जा रही हैं। विभाग का स्वच्छता पखवाड़ा भी 1-14 अक्टूबर 2023 के दौरान मनाया जाता है। प्रारंभिक चरण के हिस्से के रूप में, 15 से 30 सितंबर, 2023 तक लंबित संदर्भों की पहचान, स्वच्छता गतिविधियों, अनावश्यक सामग्रियों और फाइलों की समीक्षा की गई और ठोस लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इन्वेंट्री प्रबंधन के माध्यम से ई-कचरा और फर्नीचर सहित अप्रचलित और अनुपयोगी वस्तुओं की पहचान की गई है। ई-नीलामी के माध्यम से निस्तारण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। विशेष अभियान 3.0 के पहले सप्ताह में निम्नलिखित गतिविधियाँ शुरू की गईं।  महात्मा गांधी को […]

सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देने और कार्यस्थल के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए उपभोक्ता मामले विभाग विशेष अभियान 3.0 आयोजित कर रहा है

उपभोक्ता मामले विभाग अपने अधीनस्थ/सम्बद्ध कार्यालयों/स्वायत्त निकायों और अपने क्षेत्रीय संगठनों के साथ सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देने तथा कार्यस्थल के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए विशेष अभियान 3.0 का आयोजन कर रहा है। उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने 27 सितंबर, 2023 को कृषि भवन में अपने […]

वित्तीय सेवा विभाग के सचिव डॉ. विवेक जोशी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के त्वरित कार्यान्वयन के लिए पंजाब, हरियाणा एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की

राज्य सरकार के क्षेत्र पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लाभ प्रदान करने के लिए लाभार्थियों का निर्बाध नामांकन, त्वरित सत्यापन और पंजीकरण सुनिश्चित करना चाहिए: डीएफएस सचिव केंद्रीय वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव डॉ. विवेक जोशी ने नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के त्वरित कार्यान्वयन के […]

सितंबर 2023 महीने के लिए प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली पर जारी 17वीं रिपोर्ट में कृषि और किसान कल्याण विभाग की उपलब्धियां

प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) ने सितंबर, 2023 महीने के लिए केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) पर अपनी 17वीं मासिक रिपोर्ट जारी की है, जो लोक शिकायतों के प्रकार और उनकी श्रेणियों तथा निपटान के स्‍वरूप का विस्‍तृत विश्लेषण उपलब्‍ध कराती है। कृषि और किसान कल्‍याण विभाग की उपलब्धियाँ: कृषि […]

अमेठी सांसद खेल प्रतियोगिता 2023 के समापन समारोह में प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश का मूल पाठ

अमेठी के मेरे प्रिय परिवारजनों, आप सभी को मेरा नमस्कार। अमेठी सांसद खेल-कूद प्रतियोगिता के समापन सत्र में आपके बीच आना, आपसे जुड़ना, मेरे लिए बहुत विशेष है। देश में खेलों के लिए ये महीना बड़ा शुभ है। हमारे खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स में मेडल की सेंचुरी लगा दी है। इन आयोजनों के बीच अमेठी के खिलाड़ियों ने भी खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। सांसद खेल-कूद प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी खिलाड़ियों को मैं बधाई देता हूं। इस प्रतियोगिता से आपको जो नई ऊर्जा और आत्मविश्वास मिला है, उसे आप भी महसूस करते होंगे, पुरे क्षेत्र के भी लोग महसूस करते होंगे, और मैं तो सुन कर के ही महसूस करने लग जाता हूं। इसी जोश और आत्मविश्वास को हमें संभालना है, संवारना है, रोपना है, खाद पानी देना है। बीते 25 दिनों में आपको जो अनुभव मिला है, वो आपके स्पोर्टिंग करियर की बहुत बड़ी पूंजी है। मैं आज हर उस व्यक्ति को भी बधाई देता हूं जिसने शिक्षक की भूमिका में, निरीक्षक की भूमिका में, स्कूल एवं कॉलेज के प्रतिनिधि की भूमिका में, इस महा अभियान से जुड़कर इन युवा खिलाड़ियों को समर्थन एवं प्रोत्साहन दिया है। एक लाख से ज्यादा खिलाड़ियों का जुटना, वो भी इतने छोटे से एरिया में यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। मैं विशेष रूप से अमेठी की सांसद बहन स्मृति ईरानी जी को शुभकामना देता हूं, जिन्होंने इस आयोजन को इतना सफल बनाया। साथियों, किसी भी समाज के विकास के लिए ये बहुत आवश्यक है कि वहां खेलों का विकास हो, वहां खेल और खिलाड़ियों को फलने-फूलने का अवसर मिले। लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना, हारने के बाद फिर से प्रयास करना, टीम के साथ जुड़कर आगे बढ़ना, व्यक्तित्व विकास की ये सारी भावनाएं खेलों के माध्यम से सहज तरीके से युवाओं में विकसित होती हैं। भाजपा के सैकड़ों सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्र में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर समाज और देश के विकास का नया रास्ता तैयार किया है। इन प्रयासों का परिणाम देश को आने वाले वर्षों में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। मुझे विश्वास है कि अमेठी के भी युवा खिलाड़ी आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेडल जरूर जीतेंगे। और इसमें इस प्रतियोगिता से मिला अनुभव भी बहुत काम आएगा। साथियों, जब कोई खिलाड़ी मैदान में उतरता है तो उसका सिर्फ एक ही लक्ष्य होता है वो कैसे खुद को, अपनी टीम को विजयी बनाए। आज पूरा देश खिलाड़ियों की तरह ही सोच रहा है। खिलाड़ी भी जब खेलते हैं तो राष्ट्र प्रथम की सोच रखते हैं। उस क्षण वो सब कुछ दांव पर लगाकर देश के लिए ही खेलते हैं, इस समय देश भी एक बड़ा लक्ष्य लेकर चल रहा है। भारत को विकसित बनाने में देश के हर जिले के हर नागरिक की भूमिका है। इसके लिए हर क्षेत्र को एक भाव, एक लक्ष्य और एक संकल्प से आगे बढ़ना पड़ेगा। इसी सोच से हम देश में आप जैसे युवाओं के लिए TOPS स्कीम और खेलो इंडिया गेम्स जैसी योजनाएं चला रहे हैं। आज सैकड़ों एथलीट्स को TOPS स्कीम के तहत देश विदेश में ट्रेनिंग और कोचिंग दिलाई जा रही है। इन प्लेयर्स को करोड़ों रूपये की सहायता दी जा रही है। खेलो इंडिया गेम्स के तहत भी 3 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों को 50 हजार रूपए महीने की मदद दी जा रही है। इससे वो अपनी ट्रेनिंग, डाइट, कोचिंग, किट, जरूरी इक्विपमेंट्स और अन्य खर्च पूरा कर पा रहे हैं। मेरे प्यारे परिवारजनों, बदलते हुए आज के भारत में छोटे-छोटे शहरों के टेलेंट को खुलकर आगे आने का मौका मिल रहा है। अगर आज स्टार्ट अप्स में भारत का इतना नाम है, तो उसमें छोटे शहरों के स्टार्ट अप्स की बड़ी भूमिका है। बीते वर्षों में आपने देखा होगा कि स्पोर्ट्स की दुनिया में छा जाने वाले बहुत सारे नाम, छोटे शहरों से ही निकलकर आए हैं। ये इसलिए हुआ है क्योंकि आज भारत में पूरी पारदर्शिता से युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। एशियन गेम्स में भी मेडल जीतने वाले एथलीट्स बहुत बड़े बड़े शहरों से नहीं आए हैं। इनमें से बहुत से खिलाड़ी छोटे-छोटे शहरों से ही हैं। उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए हमने उन्हें हर संभव सुविधाएं दी हैं। उसका परिणाम इन एथलीट्स ने दिया है। हमारे उत्तर प्रदेश की अन्नू रानी, पारुल चौधरी के प्रदर्शन ने पूरे देश को गर्व से भर दिया है। इसी धरती ने देश को सुधा सिंह जैसी एथलीट भी दी हैं। हमें ऐसे ही टैलेंट को बाहर निकालकर, उसे निखारकर आगे बढ़ाना है। और ये ‘सांसद खेल प्रतियोगिता’ इसका भी बहुत बड़ा माध्यम है। मेरे प्यारे खिलाड़ियों, मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी की मेहनत आने वाले दिनों में रंग लाएगी। आप में से ही कोई, किसी दिन भारत के तिरंगे के साथ दुनिया में देश का नाम रोशन करेगा। अमेठी के युवा खेलें भी, खिलें भी इसी कामना के साथ एक बार फिर आप सभी को मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं। बहुत-बहुत धन्यवाद।

नई दिल्ली में आयोजित 9वें G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री के भाषण का मूल पाठ

नमस्कार ! जी-20 Parliamentary Speakers Summit में, मैं आप सभी का 140 करोड़ भारतवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूं। ये समिट, एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग Parliamentary practices का महाकुंभ है। आप सभी डेलीगेट्स, अलग-अलग पार्लियामेंट्स की कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना, हम सभी के लिए बहुत सुखद है। Friends, भारत में ये फेस्टिव सीज़न होता है। इन दिनों भारत भर में बहुत सारी फेस्टिव एक्टिविटीज़ चलती रहती हैं। लेकिन जी-20 ने इस बार फेस्टिव सीज़न के उत्साह को पूरे साल भर बनाए रखा है। हमने पूरे साल G-20 के डेलीगेट्स को भारत के अलग-अलग शहरों में होस्ट किया।  इससे उन शहरों में फेस्टिविटी का माहौल बना रहा। इसके बाद भारत ने Moon पर लैंड किया। इसने पूरे देश में सेलिब्रेशन को और बढ़ा दिया। फिर, हमने यहां दिल्ली में ही एक सफल जी-20 समिट को होस्ट किया। और अब यहां ये P20 समिट हो रही है। किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत उसके लोग होते हैं, उसके लोगों की इच्छा-शक्ति होती है। ये समिट आज, लोगों की इस ताकत को भी सेलीब्रेट करने का माध्यम बनी है। साथियों, P20 समिट, उस भारत-भूमि पर हो रही है, जो mother of democracy है, जो दुनिया की सबसे बड़ी democracy है। दुनिया की विभिन्न पार्लियामेंट्स के प्रतिनिधि के तौर पर आप जानते हैं कि पार्लियामेंट्स, डिबेट और डेलिब्रेशन का महत्वपूर्ण स्थान होती है। हमारे यहां हज़ारों वर्ष पहले भी, डिबेट्स और डेलिब्रेशन्स के बहुत ही सटीक उदाहरण हैं। हमारे करीब 5 हज़ार साल से भी पुराने ग्रंथों में, हमारे वेदों में, सभाओं और समितियों की बात कही गई है। इनमें एक साथ आकर समाज के हित में सामूहिक निर्णय लिए जाते थे। हमारे सबसे पुराने वेद ऋग्वेद में भी कहा गया है- संगच्छ-ध्वं संवद-ध्वं सं, वो मनांसि जानताम् । यानि हम एक साथ चलें, हम एक साथ बोलें और हमारे मन एक हों। हमारे यहां तब भी ग्राम सभाओं में डिबेट के माध्यम से गांवों से जुड़े फैसले होते थे। ग्रीक दूत मेगस्थनीज ने भी भारत में जब इस तरह की व्यवस्था को देखा था, तो वो हैरान हो गए थे। उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों के इस सिस्टम पर विस्तार से लिखा है। आप ये जानकर भी हैरान रह जाएंगे कि हमारे यहां तमिलनाडु में 9th सेंचुरी का एक शिला-लेख है। इसमें Village legislatives के rules और codes का उल्लेख है। और आपके लिए ये जानना भी बहुत दिलचस्प होगा कि 12 सौ साल पुराने उस शिलालेख पर यहां तक लिखा हुआ है कि किस मेंबर को, किस कारण से, किस परिस्थितियों में disqualify किया जा सकता है। ये 12 सौ साल पहले की बात मैं कर रहा हूं। मैं आपको अनुभव मंटपा के बारे में भी बताना चाहता हूं। मैग्ना कार्टा से भी पहले, 12वीं शताब्दी में हमारे यहाँ “अनुभव मंटपा” की परंपरा रही है। इसमें भी डिबेट और डिस्कशन को encourage किया जाता था। “अनुभव मंटपा” में हर वर्ग, हर जाति, हर समुदाय के लोग अपनी बात के लिए वहां आते थे। जगतगुरु बसवेश्वरा की ये देन आज भी भारत को गौरवान्वित करती है। 5 हजार साल पुराने वेदों से लेकर आज तक की ये यात्रा, संसदीय परंपराओं का ये विकास, सिर्फ हमारी ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की धरोहर है। साथियों, समय के साथ भारत की संसदीय प्रक्रियाओं में निरंतर सुधार हुआ है, ये प्रक्रियाएं और सशक्त हुई हैं। भारत में हम लोग जनरल इलेक्शन्स को सबसे बड़ा पर्व मानते हैं। 1947 में आजादी के मिलने के बाद से अभी तक भारत में 17 जनरल इलेक्शन्स और 300 से अधिक State Assemblies elections हो चुके हैं। भारत, दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्शन ही नहीं कराता, बल्कि इसमें लोगों का पार्टिसिपेशन भी लगातार बढ़ रहा है। 2019 के जनरल इलेक्शन में देशवासियों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया है। 2019 का जनरल इलेक्शन Human History की सबसे बड़ी डेमोक्रेटिक एक्सरसाइज़ थी। इसमें 60 करोड़ यानि 600 मिलियन से अधिक वोटर्स ने हिस्सा लिया है। आप कल्पना कर सकते हैं, तब भारत में 91 करोड़ यानि 910 मिलियन रजिस्टर्ड वोटर्स थे। ये पूरे यूरोप की कुल पॉपुलेशन से भी अधिक है। भारत के कुल रजिस्टर्ड वोटर्स में, उसमें से 70 परसेंट के आसपास का टर्न-आउट, ये दिखाता है, कि भारत में Parliamentary Practices पर लोगों का कितना ज्यादा भरोसा है। और इसमें भी एक Important Factor महिलाओं का सबसे अधिक पार्टिसिपेशन रहा। 2019 के इलेक्शन में भारत की महिलाओं ने रिकॉर्ड संख्या में वोट डाला। और साथियों, सिर्फ संख्या में ही नहीं, बल्कि पॉलिटिकल रिप्रेज़ेंटेशन के मामले में भी भारत के चुनाव जैसा उदाहरण आपको दुनिया में नहीं मिलेगा। 2019 के general election में 600 से ज्यादा Political parties ने हिस्सा लिया था। इन चुनावों में एक करोड़ यानी 10 मिलियन से ज्यादा Government employees ने election का काम किया था। चुनाव के लिए देश में 1 मिलियन यानि 10 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशंस बनाए गए थे। साथियों, समय के साथ भारत ने इलेक्शन प्रोसेस को आधुनिक टेक्नोलॉजी से भी जोड़ा है। भारत, करीब 25 साल से Electronic Voting Machine- EVM का इस्तेमाल कर रहा है। EVM के उपयोग से हमारे यहां चुनाव में ट्रांसपेरेंसी और चुनावी प्रक्रिया में efficiency, दोनों बढ़ी है। भारत में वोटों की गिनती शुरू होने के कुछ ही घंटों में चुनाव परिणाम आ जाते हैं। अब मैं आपको एक और आंकड़ा दे रहा हूं। ये सुनकर भी आप चौंक जाएंगे। आपको पता होगा कि अगले साल भारत में फिर एक बार General election होने जा रहा है। इस इलेक्शन में 100 करोड़ वोटर्स यानि 1 बिलियन लोग वोट डालने जा रहे हैं। मैं P-20 समिट में आए आप सभी डेलीगेट्स को अगले वर्ष होने वाले जनरल इलेक्शन को देखने के लिए अग्रिम निमंत्रण देता हूं। भारत को आपको एक बार फिर होस्ट करने में बहुत खुशी होगी। साथियों, कुछ दिनों पहले ही भारत की पार्लियामेंट ने एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है, जिससे मैं आपको अवगत कराना चाहता हूं। भारत ने अपनी parliament और state legislative assemblies में महिलाओं को 33 परसेंट reservation देने का निर्णय़ लिया है। भारत में लोकल सेल्फ गवर्नेंस इंस्टीट्यूशन्स में करीब 32 lakhs यानि 3 मिलियन से अधिक elected representatives हैं। इनमें से करीब 50 परसेंट women representatives हैं। भारत, आज हर सेक्टर में women participation को बढ़ावा दे रहा है। हमारी संसद द्वारा लिया गया हाल का फैसला, हमारी संसदीय परंपरा को और समृद्ध करेगा। Friends, भारत की संसदीय परंपराओं पर, देशवासियों के अटूट विश्वास की एक और बड़ी वजह है, जिसे आपको जानना और समझना बहुत अहम है। ये शक्ति है, हमारी विविधता, हमारी विशालता, हमारी वाइब्रेंसी। हमारे यहां हर आस्था के लोग हैं। सैकड़ों तरह का खानपान, सैकड़ों तरह का रहन-सहन हमारी पहचान है। भारत में सैकड़ों भाषाएं बोली जाती हैं, हमारे यहां सैकड़ों बोलियां हैं। लोगों तक पल-पल की सूचनाएं पहुंचाने के लिए 28 languages में, 900 से ज्यादा टीवी चैनल्स भारत में हैं, and 24×7 है। करीब 200 languages में हमारे यहां 33 thousand से ज्यादा अलग-अलग न्यूज़-पेपर्स पब्लिश होते हैं। हमारे यहां सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर लगभग 3 बिलियन यूज़र्स हैं।  इससे पता चलता है कि भारत में इंफॉर्मेशन का फ्लो और फ्रीडम ऑफ स्पीच उसका लेवल कितना विराट है, कितना सशक्त है। 21वीं सदी की इस दुनिया में, भारत की ये वाइब्रेंसी, विविधता में एकता, हमारी बहुत बड़ी शक्ति है। ये वाइब्रेंसी हमें हर चुनौती से लड़ने की, हर मुश्किल का मिलकर समाधान करने की प्रेरणा देती है। Friends, दुनिया के अलग-अलग कोनों में जो कुछ भी घट रहा है, उससे आज कोई भी अछूता नहीं है। Conflicts  और confrontation से आज दुनिया संकटों से जूझ रही है। यह संकटों से भरी दुनिया किसी के भी हित में नहीं है। मानवता के सामने जो बड़ी चुनौतियां हैं, उनका समाधान एक बंटी हुई दुनिया नहीं दे सकती। यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है। यह सब के विकास और कल्याण का समय है। हमें वैश्विक विश्वास के संकट को दूर करना होगा और मानव केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा। हमें विश्व को One Earth, One Family, One Future की भावना से देखना होगा। दुनिया से जुड़े फैसले लेने में भागीदारी जितनी अधिक होगी, उतना ही बड़ा इम्पैक्ट होगा। इसी भाव के साथ भारत ने अफ्रीकन यूनियन को G-20 का परमानेंट मेंबर बनाने का प्रस्ताव रखा। मुझे खुशी है कि सभी सदस्य देशों ने इसे स्वीकार किया। इस फोरम पर भी पैन Africa Parliament की Participation को देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। साथियों, […]

नारी शक्ति तेजी से आगे बढ़ी! महिला श्रम बल भागीदारी दर बढ़कर 37.0 प्रतिशत

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 9 अक्टूबर 2023 को जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022-23 से पता चलता है कि ‘श्रम बल भागीदारी मापने के ‘सामान्य स्थिति’ सिद्धांत के अनुसार, देश में महिला श्रम बल भागीदारी में उल्‍लेखनीय सुधार हुआ और यह दर 2023 में बढ़कर 37.0 प्रतिशत हो गई जो पहले 4.2 […]