मुहब्बत जो मिल रही है सफर में —-! ये सिला रातों रात का नहीं है!—–! उम्र गुजारी है तिल तिल के जनाब!——-? ये समन्दर कोई एक वर्षात का नहीं है—-!! मेरी लिखी हुई बात को हर कोई समझ नहीं पाता क्यों की मैं एहसास लिखता हूं और लोग अल्फ़ाज़ पढ़ते हैं।जीवन की बहती धारा में […]