सगड़ी- जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अजमतगढ़ के महादेव नगर वार्ड में रहने वाला एक परिवार अपने मासूम को खोकर जिम्मेदारों से न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है।
4 नवंबर दोपहर 1:30 बजे का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें एक पीली रंग की सेंट जॉन्स लिटिल पब्लिक स्कूल की स्कूल वैन शिव कुमार चौरसिया के घर के सामने आकर रूकती है, वैन के अंदर से दो लड़के उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिसमें एक लड़का पीछे की तरफ से उतरता है तो वही दूसरा लड़का रोड की साइड से लेफ्ट फ्रंट की सीट से होते हुए ड्राइवर की तरफ से गुजरता हुआ दिखाई दे रहा है तभी ड्राइवर गाड़ी को आगे बढ़ा देता है और एक मासूम बच्चा उस गाड़ी की चपेट में आ जाता है जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो जाती है।
इस वीडियो के आने के बाद अवैध रूप से विद्यालय का संचालन करने वालों की रातों की नींद उड़ गई है, आजमगढ़ जिले में अधिकारियों की मिलीभगत से कई ऐसे स्कूल आज भी चल रहे हैं, जिनके पास न मानक है ना मान्यता और ऐसे ही विद्यालय चलाने वाले लोग मनमाने ढंग से बच्चों को ले आने और ले जाने का काम करते हैं। जिसका गंभीर परिणाम ऐसे परिवारों को भुगतना पड़ जाता है।
और इसका सबसे दुखद पहलू तो यह है कि दुर्घटना के बाद स्कूल प्रबंधन शोकाकुल परिवार का न तो हाल-चाल लेता है ना कोई उनकी आर्थिक मदद करता है।
ताजा मामलें में जब मृतक अध्यांश के पिता अजमतगढ़ निवासी शिव कुमार चौरसिया से मीडिया ने बात की तो उन्होंने बताया कि अभी तक स्कूल के प्रबंधक ने उनके पास ना ही फोन किया ना ही किसी प्रकार की मदद का आश्वासन दिया है। मृतक के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चों को स्कूल लेकर आने और जाने वाली गाड़ी के साथ कोई भी केयरटेकर मौजूद नहीं होती थी। दुर्घटना वाले दिन ड्राइवर कैफ हेडफोन लगाकर गाने सुनने में मस्त था। मृतक के पिता ने बताया की मेरी मां ने जो दरवाजे के सामने बैठी थी जैसे ही मेरा बच्चा उतरने लगा तो ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ा दी और मेरी मां चिल्लाती रह गई लेकिन ड्राइवर को हेडफोन लगाने के कारण सुनाई नहीं दिया और बच्चे को रोंदते हुए गाड़ी आगे लेकर बढ़ गया और मेरे बच्चे की जान चली गई।
ऐसे अवैध रूप से संचालित स्कूलों पर सरकार क्या कार्यवाई करती है, देखने वाली बात होगी या हमेशा की तरह थाना और संबंधित विभाग मैनेज कर लिया जाएगा और लीपापोती कर कार्यवाई के नाम पर ड्राइवर को बलि का बकरा बना कर मामले को रफा-दफा कर दिया जाएगा।