बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी के फारचूनर से दबकर कक्षा 2 के छात्र की मौत, बस्ती सांसद का दिखा संवेदनहीनता, दुर्घटना होने के बाद गाड़ी लेकर फरार हुई सांसद , सांसद का संवेदनहीनता देखकर इलाके में गुस्सा, सत्ता के दबाव में नहीं दर्ज हो रहा था मुकदमा , ग्रामीणों के विरोध करने पर
कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया f.i.r. पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी मीडिया को नहीं दे रहे हैं कोई बयान। सत्ता पक्ष के हैं बस्ती सांसद हरीश द्विवेदी
बस्तीः बस्ती जिले के सांसद हरीश द्विवेदी की गाड़ी की चपेट में आये 6 साल के मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के हरदिया चौराहे की है। हैरानी की बात ये है कि इतने जिम्मेदार पद पर रहते हुये भी सांसद गैर जिम्मेदार नागरिक की तरह बच्चे को सड़क पर तड़पता हुआ छोड़कर चल दिये। उन्होने गाड़ी से उतरकर बच्चे को अस्पताल पहुंचाने की जरूरत नही महसूस की
: घटना के बाद आनन फानन में परिजन और आसपास के लोग बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। गंभीर हालत में डाक्टरों ने उसे यहां से लखनऊ रिफर कर दिया। कप्तानगंज पहुचते ही बच्चे की मौत हो गई। कोतवाली थाना क्षेत्र के बसिया निवासी शत्रुघ्न राजभर का 9 वर्षीय बेटा अभिषेक प्राथमिक विद्यालय हरदिया बुजुर्ग में दूसरी कक्षा का छात्र था। 3 बजे छुट्टी होने पर बच्चों के साथ घर वापस जा रहा था।
सागर पेट्रोल पंप के निकट वह सफेद रंग की फारचूनर की चपेट में आ गया जो सांसद हरीश द्विवेदी की बताई जा रही है। जिला अस्पताल में परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। देर रात तक पुलिस के आला अफसर मान मनोवव्ल करते रहे। सांसद की संवेदनहीनता को लेकर पूरे इलाके में गुस्सा है। मृतक बालक अपने मां बाप का इकलौता बेटा था, उसकी 3 बहनें हैं। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने शत्रुघ्न की तहरीर पर धारा 279 तथा 304 ए के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दिया है।
वहीं परिजनों ने सीधा आरोप लगाया कि सांसद जी दुर्घटना होने के बाद 500 मीटर दूरी पर जाकर गाड़ी रोककर देखें और तुरंत चलता बसे सांसद जी की इतनी संवेदना नहीं जाएगी कि मेरे बच्चे को उठाकर अस्पताल पहुंचा दें फिर हाल खबर लिखे जाने तक सत्ता से मामला जुड़ा होने के कारण पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी इस मामले पर कुछ बयान नहीं देना चाहते हैं।