ग्रामवासियों ने लेखपाल व चकबंदी अधिकारी के ऊपर लगाया आरोप

आजमगढ़ उत्तर प्रदेश
  • ग्रामवासियों ने लेखपाल व चकबंदी अधिकारी के ऊपर लगाया आरोप
  • फर्जी दरख्वास्त देने वालों को लेखपाल ने लगाई फटकार

अंजानशहीद, आज़मगढ़ | सगड़ी तहसील अंतर्गत अंजानशहीद गांव में आराजी न 784 रकबा 100 कड़ी जो भूमिधरों ने बताया की यह हमारी भूमिधरि है हमारे पूर्वज जमींदार हुवा करते थे पूर्वज रामसुभग साव द्वारा ही डीह, काली का अस्थान अपने भूमि में बनवाया था जब कि ग्राम सभा मे डीह अस्थान के नाम से जमीन सुरक्षित है । पर गांव के आबादी से दूर होने के कारण गाँव की महिलायें गांव के बाहर पूजा करने जाती थी लोक लज्जा भय को देखते हुवे भूमिधरो के पूर्वज जमींदार रामसुभग साव ने विधि-विधान से डीह बाबा को गांव के बीच अपनी जमीन दान कर अस्थापित करवाया और देव अस्थान को सुरक्षित करते बाउंड्रीवाल करवाते हुवे गेट लगवाकर सुरक्षित किया ताकि गांव की हिन्दू समाज की महिलायें गांव के बाहर न जाकर गांव के बीच पूजा पाठ करें और सुरक्षित रहे उनके द्वारा बताया गया की हमारे पूर्वजों द्वारा किया गया सामाजिक कार्य कुछ लोगों को नागवार लग रहा है । और अपना झंडा बुलंद करने के लिए भूमिधरो के खिलाफ साजिश रचकर बार बार दरख्वास्त डालते रहते है और उनकी छवि को धूमिल करना चाहते है और परेसान करते रहते है उंन्होने कहा कि इनलोगों खिलाफ हम मान हानि का दावा करेंगे ताकि सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ सके । लेखपाल ने मौके पर जमीन का पूरा रकबा देखा और बताया कि इसका रकबा चार बिस्वे का है उसी नंबर में कुछ जमीन में रास्ता बना हुआ है और लगभग डेढ़ विश्वा में काली डीह अस्थान और एक विस्वा खाली जमीन भूमिधरो के कब्जे में है और एक बिस्वा में नंदु को उनके पूर्वज रामप्रसाद व रामप्यारे साव द्वारा बसाया गया । जब इस प्रकरण में लेखपाल साहब ने दरखास्त देने वालों से पूछा गया कि आप किस बात के लिए प्रार्थना पत्र दिए है और हस्ताक्षर बनाए हैं उन्होंने जवाब दिया कि हमसे सादे कागज पर हस्ताक्षर बनवाया गया है हमे नही पता की माजरा क्या है अब आप आये तो पता चला। मौके पर मौजूद लोगों को लेखपाल ने बताया कि यह पूरी जमीन भूमाधरो की है पूर्व से लेकर वर्तमान की खतौनी में भी पड़ताल के वक्त आकर पत्र 41 के खसरा में डीह अस्थान दर्शाया गया है और आकर पत्र 45 में भूमिधरों का ही नाम है पूर्ण रूप से जमीन के मालिक यही है तो फिर आपलोगों को आपत्ति किस बात की मौजूद लोगों ने आना कानी करते हुवे जबाब दिया कि हमे नही पता था की जमीन के मालिक यही लोग है फिलहाल लेखपाल ने दोनो पक्छ को समझाते हुवे रिपोर्ट लगाया और समझाया कि आपलोग झूठे ही किसी के ऊपर आरोप न लगाया करें जिनके परिवार के लोगों ने समाज के लिए इतना त्याग सहयोग किया आपलोग उंन्ही के परिवार के ऊपर आरोप लगाकर फसाना चाहते है ।

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