- पेड़-पौधों का संरक्षण नहीं किया गया तो पर्यावरण संतुलन बिगड़ सकता है : अजय मिश्रा
- अगर ऐसा निर्देश होता तो, क्या प्रभाव पड़ता : ग्राम पंचायतों में लगाए जा रहे पौधे के साथ लापरवाही करने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ होती कार्यवाईया।
संवाददाता- अजय मिश्रा, आज़मगढ़
आज़मगढ़। ग्राम प्रधान के निवास पर वृक्षारोपण के लिए रखे गए पौधों का अपमान कर्ता बनी हुई यह बकरी न केवल पौधों को नष्ट कर रही है, बल्कि उनके संरक्षण के भी प्रयासों को अवरुद्ध कर रही है।
सूत्रों से पता चला कि विकास खण्ड हरैया से ग्रामपंचायत को हरा भरा बनाने के लिए ग्रामपंचायत पहाड़पुर में, प्रधान के आवास पर ग्रामपंचायत वासियों के लिए कई प्रकार के पौधे रखे थे, जो वृक्षारोपण के लिए महत्वपूर्ण थे। हालांकि, ग्राम प्रधान की लापरवाही से बकरी ने इन पौधों को नष्ट कर दिया और विकास खण्ड हरैया की वृक्षारोपण मुहिम पर पानी फिरता नजर आ रहा है इससे स्थानीय लोगों को गहरा दुःख हुआ है।
बकरी की इस नकारात्मक क्रिया ने स्थानीय लोगों में चिंता पैदा की है ग्राम प्रधान द्वारा विशेष प्रयास नहीं किए जाने से बकरी ने ग्रामपंचायत वासियों के सभी प्रयासों को व्यर्थ कर दिया है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने ग्राम प्रधान से अपील की है कि वे इस समस्या का समाधान निकाल सकें और पौधों को बचा सकें।
यह घटना हमें एक बार फिर से यह सिद्ध कराती है कि वृक्षारोपण के अभियान में हमें पौधों की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति अधिक ध्यान देना चाहिए। हमें बकरी जैसे जानवरों से पौधे को बचने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाना चाहिए ताकि हमारे पौधे सुरक्षित रह सकें और हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बना सकें।