संवाददाता- राजेश कुमार गुप्ता, आज़मगढ़
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने 21 जुलाई, 2023 को विज्ञान भवन में प्राथमिक कृषि ऋण समिति (पैक्स) द्वारा जन सेवा केंद्र (सीएससी) की सेवाएं शुरू करने पर एक राष्ट्रीय महासंगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस महासंगोष्ठी को नेशनल को-ऑपरेटिव डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने सीएससी के सहयोग से आयोजित किया। सेवाओं के प्रदान के सम्बंध में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
पैक्स ग्राम स्तर की सहकारी ऋण समितियां हैं जो राज्य सहकारी बैंकों की अध्यक्षता वाली त्रि-स्तरीय सहकारी ऋण संरचना में अंतिम कड़ी के रूप में काम करती हैं। पैक्स विभिन्न कृषि और कृषि गतिविधियों के लिए किसानों को अल्पकालिक एवं मध्यम अवधि के कृषि ऋण प्रदान करते हैं। इस सहकारिता से ग्रामीण क्षेत्रों में सीएससी सेवाओं की डिलिवरी से रोज़ग़ार के अवसरों में वृद्धि होगी।
श्री अमित शाह ने सीएससी को बधाई देते हुए बताया कि मात्र 2 माह के भीतर 17,176 पैक्स सीएससी बन चुके हैं जिसमें 6000 से अधिक ने ट्रांजेक्शन करना भी शुरू कर दिया है। अब हर पैक्स को 1-2 युवा को भी अपने केंद्र पर नौकरी देनी होगी जिससे रोजगार और गांव की अर्थव्यवस्था दोनों को इस साझेदारी से लाभ मिलेगा। श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भ्रष्टाचार खत्म करने और आमजन को मजबूत करने का जो बीड़ा उठाया था, उसको सीएससी और सहकारिता मंत्रालय मिलकर निभा रहे हैं।
श्री अमित शाह ने इस सहकारिता को कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक नया आंदोलन बताया और सभी स्टेकहोल्डरों को सलाह देने के बाद मॉडल उपनियम को तैयार किया है। इससे अपने व्यवसायों में विविधता आने वाली है और देश के ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास होगा। पैक्स के जरिए सीएससी सेवाओं की डिलिवरी से देश के करोड़ों लोगों को मिलेगा लाभ।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सीएससी के कामकाज की भूरि-भूरि प्रशंसा की और समावेशी विकास मॉडल की वृद्धि के लिए यह साझेदारी की जाने वाली अवधारणा को सराहा।
पैक्स द्वारा सीएससी सेवाओं की डिलिवरी पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई, जिससे पैक्स और सीएससी की साझेदारी का उद्दीपन लिया गया। इस साझेदारी से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का एक नया युग शुरू होने की उम्मीद है।
जिला प्रबंधक सीएससी बृजेश सिंह आज़मगढ़ ने भी बताया कि इस सहकारी से गांव में डिजिटल सेवा का प्रसार होगा और रोज़ग़ार के अवसर बढ़ेंगे। सभी स्टेकहोल्डरों को सलाह देने के लिए मॉडल उपनियम तैयार किया गया है और इससे विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने में सक्षम बनाया गया है।
सीएससी और पैक्स की साझेदारी द्वारा शुरू होने वाले यह नये युग से देश के किसानों और ग्रामीण लोगों को विकास के नए अवसरों की पहचान होगी। इस साझेदारी से एक नया समृद्ध भारत की ओर कदम बढ़ेंगे।