तहसील संवाददाता- नरसिंह यादव, बांसगांव, गोरखपुर
जिसका कोई सहारा नहीं होता उसका सहारा ईश्वर होता है आर्थिक तंगी से जूझ रहे दोनों पैर से विकलांग गोविंद को भगवान के रूप में अंकित मिश्रा का सहारा मिला।
वांसगांव थाना क्षेत्र के बाल गोविन्द पुत्र राम सम्हारे दोनों पैर से विकलांग है और जन्म से ही अपने ननिहाल गगहा थाना क्षेत्र के गडही में रहता है।एक भाई और तीन बहने मां के साथ गांव पर रहते हैं। पिता की मौत हो चुकी है छोटा भाई मजदूरी कर पूरे परिवार का जीवकोपार्जन करता है। वर्ष 2019 में उसे सांसद द्वारा ट्राई साइकिल मिली थी जो अब टूट चुकी है। विकलांग पेंशन 6 महीने से बंद हो गया है पात्र गृहस्थी राशन कार्ड बना है उस राशन से एक माह पेट पालना किसी चमत्कार से कम नहीं है।इनकी समस्या को देखते हुए देवरिया निवासी गगहा थाना क्षेत्र के रकहट ननिहाल में रह रहे समाज सेवी अंकित बाबा ने विकलांग गोविंद का सहारा बन उसे रोजगार मुहैया कराया।गांव में एक छोटी सी दुकान खोलकर सामान उपलब्ध करा दिया। प्रतिदिन सुबह से शाम तक दुकान की विक्री से अपना रोजमर्रा खर्च चलाने लगा विकलांग गोविंद ने अंकित बाबा को गले से लगा लिया और उन्हें इस मदद के लिए आभार व्यक्त किया। अंकित बाबा ने दुकान की ओपनिंग करते हुए 500 रू की खरीदारी कर लोगो में वितरण कर दिया क्योंकि उन्होंने कहा दुकान खोलने से नहीं उससे खरीददारी करने से विकलांग गोविंद का भला होगा और उसकी दिनचर्या सुचारू रूप से संचालित होगी।