ब्यूरो रिपोर्ट- सुनील विष्णु चिलप
देश में जहां विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीरे-धीरे कम होती जा रही है, वहीं महाराष्ट्र के 15 जिलों में कोरोना के बढ़ते मरीजों ने राज्य और केंद्र सरकार की चिन्ता फिर बढ़ा दी है. अभी देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज इसी राज्य के हैं. कई राज्यों में आज से जहां लॉकडाउन की सख्ती में छूट दी गई है , वहीं महाराष्ट्र और केरल में मरीजों की संख्या ने राज्य सरकार को एक बार फिर से उन जिलों में सख्ती बढ़ाने के लिए सोचने को मजबूर कर दिया है, जहां संक्रमण फैल रहा है.
देश में तीसरी लहर की आशंका के बीच कई राज्यों ने कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों को शिथिल कर दिया है. अनलॉक की घोषणा के बाद जिन राज्यों में लॉकडाउन से छूट मिली है वहां बाजारों में, दुकानों में, पर्यटल स्थलों में एक बार फिर से काफी भीड़ दिखाई देने लगी है. लोगों की बढ़ती भीड़ और मास्क ना पहनने की लापरवाही की वजह से एक बार फिर से कोरोना का संक्रमण बढ़ने की आशंका है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में पत्रकार परिषद आयोजित कर इसकी जानकारी दी.
आज कोरोना के आंकड़े जारी होने के बाद पता चलता है कि देश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट अब 2.25 प्रतिशत तक आ गया गया है. मध्य प्रदेश में तो कोरोना से संक्रमितों की संख्या अब जीरो पर पहुंच गयी है. इससे यह कहा जा सकता है कि देश में कोरोना से जुड़े हालात कंट्रोल में हैं. लेकिन महाराष्ट्र और केरल के अलावा उत्तर पूर्व के राज्यों में एक बार फिर से स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई है.
देश में आज भी कोरोना संक्रमण से अत्यधिक प्रभावित जिलों में सबसे ज्यादा जिले महाराष्ट्र के हैं, जो सबसे अधिक चिंता की वजह बन रही है. महाराष्ट्र के 15 जिलों के बाद दूसरे नंबर पर केरल का स्थान है. केरल में 14 जिले कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित हैं. इसके बाद तमिलनाडू (12), ओडिसा (10), आंध्रप्रदेश (10), कर्नाटक (10) का नंबर आता है. इनके बाद आसाम (6) और पश्चिम बंगाल (4) का नंबर है. इनके बाद छोटे राज्यों का नंबर है. इनमें मेघालय (2), मणीपुर (2), त्रिपुरा (1), गोवा (1), मिजोरम (1), पुद्दुचेरी (1), अरुणाचल प्रदेश (1) हैं.