भिवंडी – भिवंडी क्राइम ब्रांच द्वारा रिक्शा चोरों के एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 20 लख रुपए कीमत की 18 रिक्शा बरामद किया है। खबर के मुताबिक इन चार चोरों में से दो लोग बैंक में लोन रिकवरी का कार्य किया करते थे। नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद इन्होंने चोरों का एक गिरोह बना लिया। पकड़े गए इन शातिर चोरों से 12 चोरी के मामले उजागे हुए हैं ।
आपको बता दूं कि पिछले कुछ महीनों से ठाणे, मुंबई, कल्याण, भिवंडी व आस-पास से वाहन चोरी की घटनाएं प्रकाश में आती रही हैं। जिसमें रिक्शा, मोटरसाइकिल, कार चोरी होने की कई घटनाएं घटित सहित अन्य वाहन शामिल थे। बढ़ती हुई वहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने तथा इन चोरों को गिरफ्तार करने हेतु ठाणे पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिये थे। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए भिवंडी क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन गायकवाड़ के मार्गदर्शन में भिवंडी क्राइम ब्रांच पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए ऑटो रिक्शा चोरी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से लगभग 20 लाख रूपये कीमत के 18 ऑटो रिक्शा बरामद किया। इस गिरफ्तारी के बाद विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज किए गए 12 मामलों का भी खुलासा हुआ है। भिवंडी क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त निलेश सोनावणे ने पत्रकारों को जानकारी साझा करते हुए कहा कि जिस जगह से रिक्शा चोरी हुई थी उसे जगह लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तथा तकनीकी जांच के आधार पर बारीकी से जांच की गई। फिर खबर मिली की रिक्शा चोरी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य रिक्शा बिक्री के लिए भिवंडी नदीनाका क्षेत्र में आ रहे है। सूचना मिलने के बाद भिवंडी क्राइम ब्रांच पुलिस ने नदीनाका क्षेत्र से ऑटो रिक्शा बिक्री करने आऐ ३८ वर्षीय रशीद यूनुस शेख, ३८ वर्षीय सय्यद अली मोहम्मद अली शेख ४२ वर्षीय अब्दुल समी सिद्धकी, ३५ वर्षीय जमील अहमद मोहम्मद तय्यब अंसारी रंगे हांथों चोरी के ऑटो रिक्शा सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के गहन पूछताछ के बाद पता चला कि ओशिवरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत चोरी किया एक ऑटो रिक्शा, जुहू पुलिस स्टेशन के अंतर्गत चोरी किया गया २ ऑटो,बांगर नगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मुंबई से एक,अंधेरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक, आरे पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक,मुंब्रा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत के अलावा थाना, भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन से एक तथा निज़ामपुरा पुलिस स्टेशन से ऑटो रिक्शा चोरी के कुल १२ मामले का खुलासा हुआ है।
पुलिस ने जब गंभीरता से इस बात का पता लगाना शुरू किया तो पता चला कि गिरफ्तार किए गए चोरों में से मुंब्रा निवासी सय्यद अली मोहम्मद अली शेख उर्फ (मुन्ना) और एहतेशाम अब्दुल समी सिद्दीकी इसके पहले बैंक में लोन रिकवरी एजेन्ट का काम किया करते थे। जिस बैंक में यह काम किया करते थे उसे कंपनी से इन दोनो को काम से निकाल दिया था। रिकवरी के दौरान वाहनों के लॉक तोड़ने की पुर्ण जानकारी थी। कंपनी से निकल जाने के बाद दोनों मिलकर रिक्शा चोरी करने का एक गिरोह बनाकर वाहन चोरी का धंधा शुरू कर दिया था। और चोरी किया गया रिक्शा साथीदार जमील अहमद मोहम्मद तत्यब की मदद से धुले शहर में बिक्री कर रहे थे। इसके बाद से अन्य साथीदार की मदद से चोरी किये ऑटो रिक्शा को नंदुरबार, जलगांव, मालेगांव, धुले आदि शहरों में बिक्री करना शुरू कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन गायकवाड़ के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक विजय मोरे,प्रफुल्ल जाधव, श्रीराज माली, धनराज केदार, पुलिस उप निरीक्षक राजेन्द्र चौधरी, निसार,तडवी, हनुमंत वाघमारे सहायक पुलिस उप निरीक्षक रामचंद्र जाधव, रविंद पाटिल, राजेश शिंदे,पुलिस हवलदार सुनिल सालुंखे, देवानंद पाटिल, मंगेश शिर्के, रंगनाथ पाटिल, शाबीर शेख, किशोर थोरात, शशीकांत यादव, सचिन सालवी, वामन भोईर, राजेन्द्र राठोड, प्रकाश पाटिल, अमोल देसाई,महिला पुलिस हवलदार श्रेया खताल,माया डोंगरे, पुलिस नाईक सचिन जाधव, भावेश घरत,सचिन सोनावणे, उमेश ठाकुर, जालींदार सालुंके आदि लोगों ने इस कार्य को अंजाम दिया। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच पुलिस कर रही है।