मां करवल देवी मन्दिर पर्यटक के रूप में होगा विकसित

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित होगा मां का मन्दिर


तहसील संवाददाता- नरसिंह यादव, बांसगांव, गोरखपुर


गोरखपुर जनपद से 43 किमी दूर गोरखपुर वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर करवल मझगांवा में स्थित मां करवल देवी का मन्दिर बहुत ही प्राचीन है यहां काफी दूर दूर से श्रद्धालु व पर्यटक आते रहते हैं मां का मन्दिर का कुछ भाग फोरलेन निर्माण में चले जाने के कारण आगे जगह न होने से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मां के प्रांगण में शुद्ध पेयजल व सामुदायिक शौचालय का अभाव है।इस मन्दिर प्रांगण में लगा आर ओ प्लांट व हाई मास्क बीमार पड़ा हुआ है इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है जबकि मन्दिर पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते जाते रहते हैं यहां लड़की दिखायी शादी विवाह मुंडन व उपनयन संस्कार भी होते हैं लेकिन मन्दिर प्रांगण में धर्मशाला का अभाव होने के कारण लोग अगल बगल के कमरे भाड़े पर लेकर स्तेमाल करते हैं और विधि विधान से मां का पूजन अर्चन करते हैं। मां के मन्दिर के जीणोद्धार व मूल भूत सुविधा मुहैया कराने के लिए मां करवल देवी मन्दिर ट्रस्ट का निर्माण किया गया है ट्रस्ट के एकाउंट में ग्राम प्रधान करवल मझगांवा संदीप मोदनवाल ने एक लाख ग्यारह हजार रुपए सहयोग देने की घोषणा की। ट्रस्ट की एक बैठक बुलाई गयी जिसमें सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।
ट्रस्ट के अध्यक्ष ने रूपरेखा की दी जानकारी
मां करवल देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप मोदनवाल ने कहा कि मन्दिर काफी पुराना है भक्तों की भीड़ को देखते हुए मन्दिर पर मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराना, मन्दिर को पर्यटक का दर्जा दिलाना, मन्दिर परिसर में बनी दुकानों का एक अलग रूप देना व तीन मंजिला धर्मशाला का निर्माण कराना श्रद्धालुओं के लिए उचित प्रबंधन करना, शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना, मन्दिर परिसर में आधुनिक लाइटों से सुसज्जित करना, सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराना व मन्दिर प्रांगण में इंटरलॉकिंग कार्य कराना श्रद्धालुओं के बैठने की उचित व्यवस्था करना , मन्दिर प्रांगण में अच्छी क्वालिटी के फूलों का रोपण करना , मां का प्रति वर्ष भंडारा आयोजित सहित अनेकों कार्य ट्रस्ट के सहयोग से कराया जाएगा साथ ही मासिक बैठक में मन्दिर को और भव्य रूप दिए जाने के बारे में विचार विमर्श कर बेहतर से बेहतर मन्दिर को सुसज्जित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने ने ट्रस्ट में अपना पहला सहयोग एक लाख ग्यारह हजार रू से किया