संवाददाता- चंद्रप्रकाश मौर्या, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
अवैध निर्माण के विरुद्ध गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। एक महीने में नक्शे के विपरीत निर्माण का शमन कराकर लगभग डेढ़ करोड़ रुपये आय अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया है। हर महीने इसकी निगरानी होगी। अवर अभियंता लक्ष्य के अनुरूप हुई प्रगति का विवरण भी देंगे। लापरवाही मिलने पर उपाध्यक्ष के स्तर से कार्रवाई भी की जाएगी।
अवैध निर्माण के विरुद्ध गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। सभी सहायक अभियंता एवं अवर अभियंताओं की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर महीने प्राधिकरण की ओर से नौ अवैध निर्माण तोड़े जाएंगे।
एक महीने में नक्शे के विपरीत निर्माण का शमन कराकर लगभग डेढ़ करोड़ रुपये आय अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया है। हर महीने इसकी निगरानी होगी। अवर अभियंता लक्ष्य के अनुरूप हुई प्रगति का विवरण भी देंगे। लापरवाही मिलने पर उपाध्यक्ष के स्तर से कार्रवाई भी की जाएगी। अवर अभियंताओं को अब तक जारी की गई नोटिस और उसके सापेक्ष हुई कार्रवाई का विवरण देना होगा।
प्राधिकरण की नई महायोजना जल्द ही प्रभावी होने वाली है। ऐसे में अवैध निर्माण पर सख्ती की कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है। जीडीए में चार जोन और उनके अंतर्गत नौ सबजोन हैं। सभी सब जोन में हर महीने एक अवैध निर्माण को ध्वस्त करना होगा। यह अवैध प्लाटिंग, अतिक्रमण, जीडीए की अर्जित जमीन पर निर्माण या वे निर्माण होंगे, जिनके मामले में ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया गया होगा।
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को तेज करने के लिए प्रवर्तल बल का गठन भी किया जा रहा है। इस बल में शामिल जवानों को बकाया वसूल करने के काम में भी लगाया जाएगा। प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि सभी सहायक अभियंता एवं अवर अभियंताओं को उनके लक्ष्य बता दिए गए हैं। मार्च महीने से यह व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी।
अगले वित्तीय वर्ष में शमन से 17 करोड़ आय का लक्ष्य
गोरखपुर : मानचित्र के विपरीत कराए गए निर्माण का शमन कराने का नियम है। जीडीए की ओर से शमन के जरिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 17 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी अवर अभियंताओं को व्यक्तिगत लक्ष्य दिए गए हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में शमन से लगभग एक करोड़ 51 लाख रुपये जुटाने होंगे।
अवैध निर्माण को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रभावी कार्रवाई के लिए सभी अभियंताओं को लक्ष्य दिए गए हैं। नियमित रूप से इसकी समीक्षा भी होगी। जिसकी लापरवाही मिलेगी, उसपर कार्रवाई की जाएगी। – आनन्द वर्द्धन, उपाध्यक्ष, जीडीए