अहरौला: टेंपो पलटने से रामनयन प्रजापति की दर्दनाक मौत, परिवार में पसरा मातम

आजमगढ़ उत्तर प्रदेश समाचार

संवाददाता- राजेश गुप्ताआजमगढ़उत्तर प्रदेश

अहरौला थाना क्षेत्र के मतलूबपुर गांव के रहने वाले 62 वर्षीय रामनयन प्रजापति की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई, जिससे पूरे परिवार और गांव में मातम छा गया है। रामनयन प्रजापति अपनी बीमार पत्नी सुमरावती देवी की दवा लेने के लिए मित्तूपुर बाजार गए थे। लेकिन, दवा लेकर लौटते समय उनका टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया और इस हादसे में उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

यह घटना उसरहा गांव के पास की है, जहां रामनयन प्रजापति की टेंपो अचानक असंतुलित होकर पलट गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रामनयन प्रजापति, जो विश्वनाथ प्रजापति के पुत्र थे और मतलूबपुर, थाना अहरौला, जनपद आजमगढ़ के निवासी थे, अपनी पत्नी के साथ मित्तूपुर बाजार में दवा लेने गए थे। दवा लेकर घर लौटते समय यह भयानक हादसा हुआ जिसने सबको हिलाकर रख दिया।इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली जलालपुर की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे ने रामनयन प्रजापति के परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है। परिवार के लोग, जो इस अचानक आई विपदा के लिए तैयार नहीं थे, शोक में टूट गए हैं।

रामनयन प्रजापति के परिवार में चार पुत्रियाँ और एक पुत्र है। घटना की खबर जब उनके गांव में पहुंची, तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। सुमरावती देवी, जो खुद बीमारी से जूझ रही हैं, अपने पति की असामयिक मृत्यु से पूरी तरह से बिखर गईं। गांव के लोग भी इस हादसे से स्तब्ध हैं और पूरे परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। रामनयन प्रजापति एक मेहनती और ईमानदार व्यक्ति थे, जिनकी जिंदगी का अधिकांश हिस्सा परिवार की देखभाल और उनकी खुशहाली के लिए समर्पित था। उनकी पत्नी सुमरावती देवी की बीमारी के बावजूद वे लगातार उनकी सेवा में जुटे रहते थे। परिवार और गांव के लोगों के लिए रामनयन एक प्रेरणा थे। उनके निधन ने परिवार को न केवल भावनात्मक बल्कि सामाजिक रूप से भी कमजोर कर दिया है।

इस दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में दुख और आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। परिवार और आस-पास के गांवों के लोग इस हादसे से गहरे सदमे में हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।रामनयन प्रजापति की असामयिक मृत्यु ने यह सवाल उठाया है कि क्या हमारे परिवहन और सड़कों की सुरक्षा पर पर्याप्त ध्यान दिया जा रहा है? ऐसे हादसे बार-बार यह याद दिलाते हैं कि सड़कों की स्थिति सुधारने और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, ताकि कोई और परिवार इस प्रकार की त्रासदी का शिकार न हो।आज, रामनयन प्रजापति की स्मृतियाँ उनके परिवार और गांव के लोगों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी। उनकी सादगी, कर्तव्यनिष्ठा, और परिवार के प्रति उनका अटूट समर्पण हमेशा याद किया जाएगा। उनके इस आकस्मिक निधन ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज को गहरे शोक में डाल दिया है।