- संवाददाता- कौस्तुभ तिवारी, गोला, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के राजगढ़ में एनसीसी भर्ती प्रक्रिया के दौरान एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। अवरूष निवासी 17 वर्षीय युवक अंकित, जो एनसीसी भर्ती देखने के लिए अभ्युदय इंटर कॉलेज, राजगढ़ पहुंचा था, अचानक मौत के आगोश में समा गया। यह घटना न केवल अंकित के परिवार के लिए एक त्रासदी बनी, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी एक झकझोर देने वाला अनुभव रही।
घटना उस समय हुई जब अंकित, एनसीसी भर्ती प्रक्रिया के दौरान आयोजित दौड़ में शामिल हुआ था। यह दौड़ नर्रे चौराहे से शुरू होकर विद्यालय प्रांगण तक जारी थी। जैसे ही अंकित लगभग 200 मीटर की दूरी तय कर चुका था, अचानक वह बेसुध होकर गिर पड़ा। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे उठाकर नजदीकी गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (एसएचसी) पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना परिवार के लिए एक भयंकर आघात साबित हुई। अंकित दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। उसके छोटे भाई भोलू की उम्र मात्र 5 वर्ष है, जबकि उसकी बहन गिरजा 11 साल की है। अंकित के पिता, जो अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए बाहर मजदूरी करते हैं, इस दुखद समाचार से पूरी तरह टूट चुके हैं। परिवार में मातम का माहौल है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, अंकित खुद एनसीसी में भर्ती होने की तमन्ना लिए वहां गया था, परंतु उसकी यह आखिरी यात्रा बन गई। हालांकि, अभी तक उसकी मौत का सही कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, और चिकित्सकीय परीक्षण के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा। इस मामले में एक बड़ी चिंता यह भी है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान कोई चिकित्सक मौजूद नहीं थे, जिससे त्वरित चिकित्सकीय सहायता न मिलने के कारण अंकित की जान बचाई नहीं जा सकी| इस घटना ने एनसीसी भर्ती प्रक्रिया की सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक युवा प्रतिभा, जिसने भविष्य के सपने संजोए थे, अब उन सपनों को अधूरा छोड़कर चला गया है। यह हादसा न केवल अंकित के परिवार के लिए एक गहरा सदमा है, बल्कि पूरे गांव के लिए भी एक दुखद अनुभव है।
इस हृदयविदारक घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि इस प्रकार के आयोजनों में सुरक्षा के इंतजाम और त्वरित चिकित्सकीय सहायता कितनी महत्वपूर्ण है। यदि समय पर उचित चिकित्सकीय सहायता मिल जाती, तो शायद अंकित आज हमारे बीच होता। यह घटना एक चेतावनी है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए हमें अधिक सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। अंकित का इस तरह असमय चले जाना, उसके परिवार के लिए एक ऐसी रिक्तता छोड़ गया है जिसे भर पाना संभव नहीं है। उसके माता-पिता के लिए यह जीवनभर का घाव है, जो हमेशा टीसता रहेगा।