- शान्ति और सद्भाव के लिए गांधी जी एवं शास्त्री जी के अदर्शों और सिद्धान्तों का अनुसरण करना जरूरीः मण्डलायुक्त
आज़मगढ़ 2 अक्टूबर — राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयन्ती के अवसर पर बुधवार को मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने अपने कार्यालय भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा सामूहिक रूप से राष्ट्रगान किया। तदुपरान्त आयुक्त सभागार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमन्त्री स्व. लालबहादुर शास्त्री जयन्ती के परिप्रेक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त श्री चौहान ने कहा कि आज विश्व मंे शांति और सद्भाव बनाने के लिए गांधी जी और शास्त्री जी के आदर्शों, उसूलों, जीवन मूल्यों और संघर्षों को आत्मसात करना अपरिहार्य हो गया है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि यदि हम इन दोनों महान विभूतियों के बताये किसी मार्ग, सिद्धान्त का दृढ़ता से अनुसरण करना शुरू कर दें तो उनकी जयन्ती मनाना सार्थक हो जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि शासकीय योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाना तथा उनकी समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनकर समाधान करना इन दोनों महान विभूतियों के प्रति सच्ची श्रद्धा होगी। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने स्तन्त्रता प्राप्ति के लिए गांधी जी द्वारा किए गये संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि गांधी जी ने जब दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों और वहॉं के मूल निवासियों के प्रति अंग्रेज शासकों द्वारा किए जा रहे भेदभाव और अत्याचार को देखा तो उनमें काफी परिवर्तन आया और वहीं से उन्होंने संघर्ष करना शुरू किया। फिर भारत आये और देश को आजादी दिलाने के लिए संघर्ष किया। मण्डलायुक्त ने कहा कि स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष करते हुए गांधी जी ने अहिंसा का मार्ग चुना और आजादी दिलाई। गांधी जी के दर्शन और सिद्धान्त को पूरी दुनिया आज भी अपनाये हुए है। उन्होंने गांधी जी की जीवन शैली, उनके दर्शन, सिद्धान्तों के बारे में अधिक से अधिक अध्ययन करने और उसे आत्सात करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमन्त्री स्व. लालबहादुर शास्त्री द्वारा देश के प्रति किये गये त्याग बलिदान के साथ ही इन दोनों महान विभूतियों की जिन्दगी के कई प्रेरक पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को अपर निदेशक, अभियोजन बीपी पाण्डेय, शासकीय अधिवक्ता ओपी पाण्डेय, सहायक शासकीय अधिवक्ता विनोद त्रिपाठी ने भी सम्बोधित किया। संचालन सेवानिवृत्त सूचना अधिकारी रियाज आलम ने किया, जबकि स्थानीय जीजीआईसी की छात्राओं द्वारा ‘रघुपति राघन राजाराम, पतित पावन सीता राम’ की भावपूर्ण प्रस्तुति की गयी। इससे पूर्व मण्डलायुक्त श्री चौहान, अपर आयुक्त श्री हुसैन एवं अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों ने सभागार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमन्त्री स्व.लालबहादुर शास्त्री के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर सहायक आयुक्त, औषधि, गोविन्द लाल गुपता, प्रशासनिक अधिकारी अरुण कुमार त्रिपाठी व राजेश यादव सहित मण्डलायुक्त कार्यालय के एवं अन्य कार्यालयों के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।