एसईसीएल की सीएसआर पहल “एसईसीएल की धड़कन” ने सफलतापूर्वक पूरी की 20 बच्चों की जीवनरक्षक हृदय सर्जरी

दिल्ली

कोल इंडिया की सहायक कंपनी, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत जन्म से हृदय रोग (सीएचडी) से पीड़ित 20 बच्चों की हृदय सर्जरी को सफलतापूर्वक पूरा करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह प्रयास एक महत्वपूर्ण पहल “एसईसीएल की धड़कन” का हिस्सा है, जिसका मकसद छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में एसईसीएल के परिचालन कोयला क्षेत्रों में आर्थिक रूप से वंचित परिवारों को सस्ती, जीवन रक्षक हृदय देखभाल प्रदान करना है। कोल इंडिया की व्यापक सीएसआर पहल ‘नन्हा सा दिल’ का एक हिस्सा, एसईसीएल की धड़कन का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि एसईसीएल के परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों तक सीएचडी के लिए ज़रुरी चिकित्सा मदद पहुंच सकें। यह परियोजना उन समुदायों में सीएचडी के शीघ्र निदान, जांच और उपचार का समर्थन करती है, जिनके पास अक्सर विशेष स्वास्थ्य देखभाल के लिए संसाधनों की कमी होती है। इस पहल से मुख्य रूप से एसईसीएल के परिचालन क्षेत्रों के बच्चों को लाभ मिलता है, जिसमें छत्तीसगढ़ में रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर और सरगुजा जिले और मध्य प्रदेश में अनूपपुर, शहडोल और उमरिया जिले शामिल हैं।इस पहल के हिस्से के रूप में, एसईसीएल ने रायपुर में श्री सत्य साईं स्वास्थ्य और शिक्षा ट्रस्ट के साथ सहयोग किया है, जिसके तहत सभी सर्जरी श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, रायपुर में की जाती हैं। यह पहल विशेष रूप से आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के उन परिवारों के लिए फायदेमंद है, जो गंभीर आर्थिक मुश्किलों से जूझ रहे हैं, और ऐसे मामलों में इस पहल से महत्वपूर्ण उपचार में वित्तीय बाधाएं दूर हो जाती हैं। 25 अक्टूबर 2024 को अस्पताल में युवा रोगियों के सफल डिस्चार्ज का जश्न मनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम, ‘गिफ्ट ऑफ लाइफ’ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रोत्साहन भेंट दी गई, जो अपने समुदायों की भलाई के लिए एसईसीएल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस पहल के साथ एसईसीएल, जीवन-रक्षक सुविधाओं की पेशकश कर, हाशिए पर रहने वाले समुदायों के उत्थान के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शाता है। इससे आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल तक लोगों की समान पहुंच भी सुनिश्चित होती है। ‘एसईसीएल की धड़कन’ सतत् विकास को बढ़ावा देने और अपने परिचालन क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल में असमानताओं को दूर करने के एसईसीएल के मिशन का एक उदाहरण है।