- शिक्षकों और विद्यार्थियों ने सीखे बचाव के अनेक उपाय: डॉ दिनेश मणि त्रिपाठी
सरदारनगर, गोरखपुर|11वीं वाहिनी एन.डी.आर.एफ. टीम गोरखपुर ने आज एल.पी. के. इण्टर कालेज बसडीला सरदार नगर गोरखपुर में आपदा की विविध परिस्थितियों का सामना करते हुए जन, धन, पशु, संपत्ति की रक्षा के व्यावहारिक उपायों का प्रदर्शन कर विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया।
एन.डी.आर.एफ. के प्रभारी दीपक मण्डल ने इस अवसर पर कहा कि आपदा प्रबंधन का अर्थ है कि ऐसे सभी उपाय किए जाने चाहिए जिससे खतरा आपदा का रूप न ले सके। उन्होंने कहा कि हम कई प्राकृतिक खतरों को आने से नहीं रोक सकते हैं लेकिन जीवन और सम्पत्ति के नुकसान को कम करने के लिए उचित प्रबंधन द्वारा उनके हानिकारक प्रभावों को कम कर सकते हैं। आपदाएं प्राकृतिक या मानवी खतरों के परिणाम है। प्राकृतिक आपदाओं में भीषण आग, बाढ़, चक्रवात, भूकम्प, सूखा, दुर्घटना, भूस्खलन, हिमस्खलन, बिजली का गिरना आदि शामिल है। उन्होंने विद्यालय को आपदा प्रबंधन का किट भी प्रदान किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर दिनेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि आपदा प्रबंधन से जुड़ी जानकारियां विद्यार्थियों के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि युवा वर्ग आपदाओं के समय होने वाले जन-धन की हानि को कम करने में अपनी महती भूमिका का निर्वाह कर सकता है। आज जिस प्रकार से हार्ट अटैक की घटनाएं सुनाई दे रही हैं, यदि हमारी युवा पीढ़ी सी.पी.आर. प्रशिक्षित है तो कई नागरिकों का जीवन बचाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों और अध्यापकों का क्षमता निर्माण तथा प्रशिक्षण कार्य आपदा की स्थिति में विद्यालय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
विद्यालय के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी श्री सृष्टि राज दुबे ने स्कूल में घटित होने वाली आपदाओं – भवन में आग , भूकम्प आना, भवन गिरना, कक्षा कक्ष का स्लैब गिरना, दुर्घटना, बिजली का झटका आदि से बचाव व त्वरित उपचार के उपायों पर विस्तार से चर्चा किया। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने माक ड्रील में स्वयं प्रतिभागिता कर आपदाओं के समाधान का उपाय प्रत्यक्ष रूप से जाना। इस अवसर पर एन.डी.आर.एफ. टीम के सदस्य जितेन्द्र,ओंकारनाथ पाण्डेय, संतोष कुमार यादव, बृजेश कुमार यादव आदि ने माक ड्रील को सफलता पूर्वक संपन्न किया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक अरविंद कुमार सिंह, महेश्वर प्रसाद त्रिपाठी, पुनीत त्रिपाठी ‘ मनीष तिवारी , चंद्रभूषण सिंह, अनूप कुमार सिंह, ओंकार नाथ, सुभाष चंद्र सोनकर, नरेंद्र कुमार यादव, प्रदीप कुमार पाण्डेय, पी.के. सिंह आदि ने आज के आपदा प्रबंधन कार्यक्रम के आयोजन को बहुत ही लाभकारी एवं विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताया।