बाल मेले में बच्चों की अनोखी प्रतिभा का प्रदर्शन, व्यापार की बारीकियां सीख कर बने आत्मनिर्भर

आजमगढ़

अहरौला (आजमगढ़)। क्षेत्र के परगाशपुर स्थित रघुवंश ज्ञानोदय जूनियर विद्यालय में नेहरू जयंती के अवसर पर गुरुवार को आयोजित बाल मेले में बच्चों ने अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता का अद्भुत प्रदर्शन किया। मेले का उद्देश्य बच्चों को व्यापारिक कौशल, संवाद कला और आत्मनिर्भरता के गुण सिखाना था।  मेले में बच्चों ने केक, फास्ट फूड, चाट-पकौड़े, मिठाई, खिलौने, फल-फूल, चाय-नाश्ता, बर्तन, किराना और किताबों के स्टॉल लगाकर अद्भुत व्यापारिक समझ का प्रदर्शन किया। उन्होंने ग्राहकों से संवाद करना और सौदेबाजी के गुण सीखते हुए आत्मनिर्भरता का अभ्यास किया। अभिभावकों और अन्य उपस्थित लोगों ने स्टाल से खरीदारी कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया।  विद्यालय के प्रधानाचार्य वंदना सिंह ने बताया कि यह विद्यालय का 5वां बाल मेला है, जो 2003 से आयोजित हो रहा है। इस प्रकार के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम बच्चों के मानसिक, सामाजिक और समावेशी विकास में सहायक होते हैं। यह मेला बच्चों को सांख्यिकी और आर्थिक समझ के साथ-साथ सामाजिकता और व्यापार की मूलभूत व्यवस्थाएं सिखाने का एक अनूठा मंच प्रदान करता है।

मेले में पंडित जवाहरलाल नेहरू की स्मृति में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।  कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विजय बहादुर ‘पिंकू’ सिंहने किया। उन्होंने कहा,”इस तरह के आयोजन बच्चों की प्रतिभा को निखारते हैं और उन्हें आत्मविश्वासी बनाते हैं। यह पहल उनके भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक राम अचल सिंह, संचालक राहुल रघुवंशी, और शिक्षकों में सत्य प्रकाश, अवंतिका, जयराम पांडे, हवलदार यादव, रीमा यादव, सबीर बानो, बिंदु, संध्या, रोहित प्रजापति, रहमान, रितिक पांडे, स्वामी चौबे, गुंजा यादव, प्रीति यादव, मनीषा समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।  बाल मेले में बच्चों के उत्साह और प्रतिभा ने अभिभावकों और शिक्षकों को गर्व का अहसास कराया। यह आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि बच्चों को **व्यवहारिक ज्ञान** और **सामाजिक दक्षता** प्रदान करने में भी सफल रहा।