मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति” थीम के साथ मनाया जाएगा जनपद में प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह*

अमेठी

ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी

अमेठी | केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में 1 से 7 सितंबर से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह की शुरुआत होगी। सप्ताह के माध्यम से अवगत कराया जाएगा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना को गति प्रदान करने एवं समस्त पात्र लाभार्थियों, पात्र गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए जन सामान्य तक योजना का प्रचार प्रसार, स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना कार्यक्रम का उद्देश्य रहेगा। कोविड-19 टीकाकरण के लिए ग्रभवती महिलाओं में जागरूकता लाने के मकसद से मातृ वंदना योजना सप्ताह की शुरुआत की जा रही है। 1 से 7 सितंबर तक समारोह के रूप में मनाया जाएगा कार्यक्रम। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह राज्य सरकार द्वारा केंद्र की मंशा के अनुरूप हर हर साल आयोजित किया जाता है समारोह की थीम मातृ शक्ति राष्ट्र शक्ति के अंतर्गत तमाम तरह के कार्यक्रम चलाए जाएंगे, इस सप्ताह में गर्भवती महिलाओं को उचित आराम एवं पोषण की विषय में उन्हें जागरूक करना, नियमित प्रसवपूर्व देखभाल करना, संस्थागत प्रसव कराना, शिशु टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं का कोविड-19 टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता से संबंधित गर्भवतीयों को बढ़ावा देना।

1 से 7 सितंबर तक गतिविधियों के साथ सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। पहले दिन कार्यक्रम का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा फिर दूसरे दिन सप्ताह के सफल बनाने के उद्देश्य संबंधित अधिकारियों से बैठक की जाएगी, पंपलेट का वितरण कर हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दी जाएगी। जिसमें सप्ताह भर एएनएम, आशा संगिनी, आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पहली बार मां बनने वाली पात्र गर्भवती महिलाओं का आवेदन पत्र भरवाया जाना ताकि शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक इस योजना का लाभ पहुंच सके। अमेठी में अब तक करीब 42 हज़ार 442 लाभार्थियों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है।

तीन किस्तों में मिलेंगे पांच हज़ार रुपए—

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने और पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड या मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी जरूरी है। बैंक अकाउंट जॉइंट नहीं होना चाहिए। पंजीकरण के साथ गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपए मिलेंगे। गर्भावस्था के 6 माह बाद दूसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने व प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किस्त के रुप में 2000 रुपये मिलेंगे।

1 से 7 सितंबर तक हर दिन होगी अलग-अलग गतिविधियां—

गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और पोषण के लिए संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को रफ़्तार देने के लिए 1 से 7 सितंबर तक मातृ वंदना सप्ताह मनाया जाएगा। “मातृ शक्ति- राष्ट्र शक्ति” थीम पर इस सप्ताह को उत्सव के रुप में मनाने की योजना बनाई गई है। इसके तहत हर दिन अलग-अलग तरह की गतिविधियां जिले में कराई जाएंगी, साथ ही गर्भवती महिलाओं को को भी टीकाकरण के लिए भी जागरूक किया जाएगा- शिखा पाण्डेय, जिला कार्यक्रम समन्वयक, अमेठी

गर्भवती को टीकाकरण के प्रति किया जाएगा जागरूक

अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 आशुतोष दुबे ने बताया कि शासन का निर्देश है कि सभी पात्र गर्भवती महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए योजना से अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ा जाए, इसके साथ ही कोविड-19 टीकाकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे इसका प्रचार-प्रसार हो सके। स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया जा सके। कोविड-19 टीकाकरण के प्रति गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर जागरूक किया जाए।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कार्यक्रम की जिला समन्वयक शिखा पाण्डेय ने बताया कि 1 सितंबर से 7 सितंबर 2021 तक मातृ वंदना सप्ताह पखवाड़ा पूरे प्रदेश की तरह अमेठी में भी मनाए जाने का निर्देश केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा दिया गया है। इसकी समीक्षा केंद्र व राज्य स्तर के अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन की जायेगी। इस योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को पोषण के लिए 5,000 रुपये का लाभ तीन किश्तों में दिया जाता है। पंजीकरण कराने के साथ गर्भवती को पहली किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने पर तीसरी किश्त में 2000 रुपये दिए जाते हैं। तीन किस्तों में 5000 रुपये की धनराशि खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जाती है। इस योजना का लाभ मिल चुका है।

जालसाजों से रहें सावधान—

शिखा पाण्डेय ने बताया कि इसके साथ ही पीएमएमवीवाई का 7998799804 हेल्प लाइन नम्बर भी जारी किया जा चुका है। कोई भी लाभार्थी उक्त हेल्पलाइन नम्बर पर फोन कर योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते है। साथ ही लाभार्थियों को किसी तरह की समस्या आने पर अपने गांव की आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी, एएनएम के साथ अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक व बीसीपीएम से सम्पर्क कर सकते है। यह योजना पूरी तरह निःशुल्क है। इस योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थी व पति का आधार कार्ड, खाता पासबुक, एमसीपी कार्ड और बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। इसके साथ ही लाभार्थी इस बात का ख़ासा ख्याल रखे कि पीएमएमवीवाई टीम द्वारा कभी भी लाभार्थियों से किसी तरह की otp नहीं मांगी जाती इसलिए किसी को कोई भी बैंक से जुटी कोई otp ना शेयर करें।

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