ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
ग्राहक द्वारा एएसपी समेत बैंक के जीएम तक से की गई थी शिकायत
मुंशीगंज (अमेठी)। ख़बर जनपद के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के कुडवा गाँव से है जहाँ के निवासी हनुमान सिंह स्थानीय मुंशीगंज स्थित बैंक आफ बड़ौदा की शाखा के बचत खाता धारक हैं। बीते 11 मई को उनके मोबाइल पर बैंक से दो एसएमएस आए थे जिसमे एक बार 10 हजार और दूसरी बार 15 हजार निकालने के संदेश थे। आनन-फानन में उन्होंने कस्टमर केयर से अपना एटीएम ब्लाक कराया जबकि एटीएम उन्हीं के पास था और हनुमान सिंह की माने तो उन्होंने कभी किसी को ना ही एटीएम दिया और ना ही पिन बताया। हनुमान सिंह जब बैंक की मुंशीगंज शाखा में गए तो वहाँ से उन्हें पता चला कि प्रयागराज के नैनी से कैश रिसाइक्लिकर का प्रयोग करके 25 हजार निकाल लिए गए हैं।
हनुमान सिंह बिना गलती किए साइबर अपराध के शिकार हो चुके थे। उन्होंने बैंक में शिकायती प्रार्थना पत्र दे दिया था लेकिन जब डेढ़ महीना बीत जाने पर भी कोई समाधान नहीं मिल सका तो उन्होंने 26 जून को अपर पुलिस अधीक्षक अमेठी को प्रार्थना पत्र देकर मामले में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की गुहार लगाई। जिस पर एएसपी ने तत्कालीन थानाध्यक्ष रविन्द्र सिंह को जांच के लिए निर्देशित किया था। जिसमे जांच कर ग्राहक के आरोप को सत्य बताया गया था।
ग्राहक ने मुंशीगंज स्थित आरआरएसआईएमटी के एमबीए विभागाध्यक्ष व वित्त एवं अर्थशास्त्र विषय विशेषज्ञ आशीष त्रिपाठी के निर्देशन में बैंक के जीएम (ऑपरेशन्स) से मामले की शिकायत किया और क्रमिक इलेक्ट्रानिक मेल संवाद किए जिसके फलस्वरूप 4 सितम्बर को लगभग चार महीने बाद हनुमान सिंह का कुल 25 हजार रुपए उनके बैंक खाते में वापस आ गए। साइबर ठगी के शिकार हुए हनुमान सिंह पुनः अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा वापस पाकर अत्यंत खुश हैं।