ब्यूरो रिपोर्ट- अपूर्व अश्वनी शेठ, मुंबई
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और उनके परिजनों से संबंधित संस्थानों पर हाल में छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने 17 करोड़ रुपये की आय छिपाने का पता लगाया है। इसके साथ-साथ आयकर विभाग को एनसीपी नेता से जुड़े नागपुर स्थित एक ट्रस्ट में कथित वित्तीय अनियमितताएं भी मिलीं, जो तीन शैक्षणिक संस्थान चलाता है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने दावा किया, ‘छापेमारी के दौरान मिले साक्ष्य स्पष्ट रूप से लगभग 17 करोड़ रुपए की आय को छिपाने का संकेत देते हैं।’ देशमुख के खिलाफ की गई छापेमारे के बारे में बताते हुए आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सीबीडीटी की ओर से 17 सितंबर को नागपुर, मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में 30 जगहों पर छापेमारी की गई थी। यह भी बताया गया है कि तलाशी अभियान के दौरान मिले कई बैंक लॉकर को निषेधात्मक आदेश के तहत रखा गया है।
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा महाराष्ट्र के पुलिस प्रतिष्ठान में कथित मनी लॉन्ड्रिंग और कथित रिश्वत के भुगतान के आरोप में जांच की जा रही है। इन आरोपों के सामने आने के बाद उन्हें अप्रैल में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कैबिनेट में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
आरोपी जांच के लिए ईडी अनिल देशमुक से पूछताछ करना चाह रही है। पूछताछ के लिए पांच बार समने भेजने के बाद भी देशमुख जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए। जिसके बाद अब ईडी ने हाल ही मुंबई की एक स्थानीय अदालत का रुख किया है।
