जायजात बनी जान की दुश्मन
अपने ही माँ के दुश्मन बन गए कलयुगी औलाद,
बेटों की मार से घायल मां चौदह दिन बाद बेटी के घर दी दम
घायल बुजर्ग महिला के मोलाहिजा से क्यों किया गया परहेज
आरोपी पर क्यो ? मेहरबान हुई उरुआ पुलिस
ब्यूरो प्रमुख – एन अंसारी गोरखपुर
गोरखपुर । उरुआ थाना क्षेत्र के अरांव जगदीशपुर में एक ऐसा मामला सामने आया, जहां अपने औलाद ही बुजुर्ग मां पर कहर बरपा दिया था । बड़ी बहू के सेवा पर खुश हुई बुजुर्ग महिला ने एक बिगहा जमीन का वारिस बनाना बूढ़ी मां को भारी पड़ गया। अपने पुत्रों के कहर से घायल बुजुर्ग महिला अपने बेटी के घर अपनी जिंदगी से हार गयी । तड़पते हुए दम तोड़ दिया । हद तब हो गयी जब घायल बुजुर्ग महिला की पीड़ा उरुआ पुलिस ने भी नही सुनी । आलाअधिकारी को रजिस्ट्री के माध्यम शिकायत के बाद भी आरोपी बेखौफ रहे । यहां तक कि कलयुगी पुत्रो के कहर पर घायल महिला के पीड़ा को नजर अंदाज किया गया । डॉक्टरी परीक्षण की मोहताज हो गयी । पुलिस का अनदेखी आज बुजुर्ग महिला पर भारी पड़ गयी । जिसकी चौदहवें दिन मौत हो गयी । मानवता पर सवाल खड़ा कर देने वाला मामला गोरखपुर जनपद के उरुआ थाना क्षेत्र ग्राम सभा अरांव जगदीश पुर का है । जहाँ बिगत 10 जनवरी को यशोदा देवी पत्नी पूर्णमासी गुप्ता अपने सास सावित्री देवी को लेकर आराम कर रही थी । उसी वक्त यशोदा देवी के देवर फूल चन्द, का परिवार बंटवारे के विवाद को लेकर हमला बोल दिया । जिसमें यशोदा देवी व सास सावित्री देवी घ्याल हो गयी । मामला थाने तक पहुंचा । पुलिस ने यशोदा देवी का डॉक्टरी परीक्षण करवा कर एनसीआर दर्ज कर लिया । आरोप है बुजुर्ग महिला का चिकित्सीय परीक्षण नही हुआ । घायल हालत में तड़पते देख सावित्री देवी की बड़ी पुत्री अपने ससुराल लेते गयी । जहाँ बजुर्ग महिला चौदह दिन से जिंदगी मौत के संघर्ष में अपना दम तोड़ दिया । आरोप है बुजुर्ग महिला की चोटी बहु कौसल्या छोटा पुत्र , दूधनाथ फूल चन्द वगैरह अपने पत्नी बच्चों को लेकर मारा पीटा , पुलिस उनके प्रभाव में आकर घायल के महिला यशोदा देवी के पति को चालान कर दिए । बुजुर्ग महिला की एक न सुनी गयी ।
बताते चलें कि सावित्री देवी अपने बड़े पुत्र पूर्णमासी की पत्नी यशोदा के सेवा पर प्रसन्न होकर एक बिगहा खेत उसके नाम कर दिया । जिसको लेकर अन्य पुत्र बिरोध में आ गए । तभी से प्रताड़ना का नीव पड़ा । उसी के रार में घायल बुजुर्ग महिला पर हमला हुआ । और अपने बड़ी बेटी के घर जिंदगी की जंग हार गयी ।