मुहब्बत जो मिल रही है सफर में —-!

मुहब्बत जो मिल रही है सफर में —-! ये सिला रातों रात का नहीं है!—–! उम्र गुजारी है तिल तिल के जनाब!——-? ये समन्दर कोई एक वर्षात का नहीं है—-!! मेरी लिखी हुई बात को हर कोई समझ नहीं पाता क्यों की मैं एहसास लिखता हूं और लोग अल्फ़ाज़ पढ़ते हैं।जीवन की बहती धारा में […]

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क्या डिजिटल मीडिया, प्रिंट मीडिया को स्क्रैप कर सकता है..?

ब्यूरो रिपोर्ट- अपूर्व अश्विन शेठ,मुंबई   जैसे-जैसे हम मार्च 2020 के करीब पहुंचे, जो कि एक वित्तीय वर्ष का अंत था, कोई नई शुरुआत नहीं हो रही थी जो दुनिया भर में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को बदल देगी, यह एक जैव युद्ध के अलावा और कुछ नहीं था, इसने कई परिवारों को तबाह कर […]

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