सुश्री शोभा करंदलाजे ने आज चंडीगढ़ में श्रम सुधारों और रोजगार पर दूसरी क्षेत्रीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक उत्तरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) अर्थात् पंजाब, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, चंडीगढ़ और राजस्थान के साथ आयोजित की गई थी। यह बैठक सहकारी संघवाद को मजबूत करने की भावना से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ छह क्षेत्रीय बैठकों के माध्यम से श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी परामर्श की श्रृंखला में दूसरी है। अपने उद्घाटन भाषण में, सुश्री शोभा करंदलाजे ने 2047 तक भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए श्रम सुधारों की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारे देश को मौजूदा श्रम कानूनों में औपनिवेशिक विरासत को पार करना चाहिए, जो स्वतंत्रता-पूर्व युग में उत्पन्न हुए थे। इसलिए, भारत सरकार ने 29 श्रम कानूनों को 4 श्रम संहिताओं में आधुनिक, सरलीकृत और सुसंगत बनाया है। केंद्रीय मंत्री ने ई- म पोर्टल सहित असंगठित श्रमिकों और उनके आश्रितों के लिए संगठित श्रमिकों के समान “पालने से कब्र तक” व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवरेज प्रदान करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में, भारत सरकार देश के सभी जिलों में कर्मचारी राज्य बीमा […]