निशांक राठौर केस मामले मे एसआईटी को मिली मोबाइल-लैपटॉप की फॉरेंसिंक रिपोर्ट

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निशांक राठौर केस मामले मे एसआईटी को मिली मोबाइल-लैपटॉप की फॉरेंसिंक रिपोर्ट

भोपाल, मध्य प्रदेश। बीटेक छात्र निशांक राठौर की संदिग्ध मौत की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम को मोबाइल और लैपटॉप की फॉरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है. सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में पता चला है कि ‘सर तन से जुदा’ वाली पोस्ट निशांक के फोन से ही उसके पिता को भेजी गई. निशांक के मोबाइल से ही फोटो भी एडिट की गई. मृतक ‘सर तन से जुदा’ जैसे आर्टिकल लगातार सर्च कर रहा था. एसआईटी की जांच में अभी तक हत्या के सबूत नहीं मिले हैं.

सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में बताया गया है कि निशांक का फोन आखिरी बार शाम 6:02 बजे लॉक हुआ. यानि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. लगभग हर बार फोन चलाने के लिए निशांक के फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल हुआ. पेट्रोल पंप पर शाम 5:09 बजे पेमेंट करने और शाम 6:02 बजे ते दरम्यान कई मर्तबा फोन लॉक-अनलॉक हुआ था. बता दें, निशांक ने कई जगह से लोन ले रखे थे. इसकी जानकारी भी फॉरेंसिक रिपोर्ट में सामने आई है. गौरतलब है कि एसआईटी ने न्यूज 18 को पहले ही बता दिया था कि निशांक राठौर की हत्या नहीं की गई है.

एसआईटी ने कही थी ये बात

रायसेन में मौका स्थल बोरदा गांव के लोगों से पूछताछ करने पहुंचे एसआईटी प्रमुख अमृत मीना ने बताया क‍ि इस मामले में वह कई लोगों से जानकारी ले रहे हैं, उनसे पूछताछ कर रहे हैं. इसके अलावा मृतक के परिजनों के बयान भी लिए जा रहे हैं. उन्‍होंने कहा क‍ि अभी तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उससे यह तो साफ है कि यह हत्या का मामला नहीं है. क्योंकि मौके पर मिले सबूत हत्या की ओर इशारा नहीं करते. हत्या जैसा कोई तथ्य सामने नहीं आया. गौरतलब है कि निशांक के शव की शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत की वजह ट्रेन से कटना बताई गई थी.

ये है मामला

गौरतलब है कि निशांक की मौत ने प्रदेश में सनसनी फैला रखी है. पुलिस की अभी तक की जांच में मामला खुदकुशी का ही लग रहा है. लेकिन, अभी भी इस मामले में कुछ संदेह जताया जा रहा है. बता दें, सिवनी मालवा के रहने वाले बीटेक छात्र निशांक राठौर का शव 24 जुलाई जुलाई को बड़खेड़ा रेलवे स्टेशन के पास रायसेन जिले में मिला था. उस वक्त प्रथम दृष्टतया लग रहा था कि उसकी मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है. लेकिन, उसके पिता को निशांक के मोबाइल से ‘राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था… गुस्ताख ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा.’ साथ ही यह भी लिखा है, ‘सभी हिंदू कायरो…वाला मैसेज किया गया था.

 

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