समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव
।दिल्ली से सटे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती समाजवादी पार्टी संरक्षक और लोकसभा सांसद मुलायम सिंह यादव का सोमवार सुबह निधन हो गया। 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव 22 अगस्त से मेदांता के आइसीयू में भर्ती थे।
सोमवार सुबह ली अंतिम सास
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सोमवार सुबह 8:15 बजे अंतिम सांस ली। वह 22 अगस्त से मेदांता में भर्ती थे इसके बाद 2 अक्टूबर से वेंटिलेटर पर थे।
समाजवादी पार्टी के गठन के बाद चार अक्टूबर 1992 से एक जनवरी 2017 तक अध्यक्ष रहे मुलायम सिंह यादव बीते वर्ष कोरोना से संक्रमित होने के बाद से ही अस्वस्थ चल रहे थे। 83 वर्षीय मुलायम सिंह यादव इन दिनों काफी कमजोर भी हो गए थे और राष्ट्रपति चुनाव में व्हीलचेयर से वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंचे थे।
कब किस समय क्या हुआ
मुलायम सिंह की तबियत बिगड़ने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उनके बेटे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लखनऊ से दिल्ली रवाना हो गए। मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) भी मेदांता अस्पताल पहुंचे हैं। उनके साथ मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव भी हैं।उत्तर प्रदेश के साथ देश की राजनीति में करीब चार दशक से सक्रिय मुलायम सिंह यादव की तबीयत बीते तीन महीने से काफी खराब हो गई थी। उनको तभी गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी उनके मिलने गए थे। देवेगौड़ा तथा इंद्र कुमार गुजराल सरकार में रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से लोकसभा के सदस्य हैं। इससे पहले वह आजमगढ़, बदायूं तथा सम्भल से भी लोकसभा सदस्य थे।
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा के सैफई गांव में मूर्ति देवी व सुघर सिंह यादव के किसान परिवार में हुआ। मुलायम सिंह यादव पांच भाई-बहनों में रतनसिंह यादव से छोटे व अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह और कमला देवी से बड़े हैं। पिता सुघर सिंह उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे किन्तु पहलवानी में अपने राजनीतिक गुरु चौधरी नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित करने के पश्चात उन्होंने नत्थू सिंह के परम्परागत विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। राजनीति में आने से पहले मुलायम सिंह यादव ने आगरा विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर एमए और बीटीसी बाद इंटर कालेज में प्रवक्ता की नौकरी भी थी थे। राजनीति में सक्रिय होने के बाद नौकरी से त्यागपत्र दे दिया।