पत्नी ने प्रेमी से कराई थी राजमिस्त्री की हत्या, पत्नी समेत चार गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश क्राइम & सुरक्षा गोरखपुर
  • पत्नी ने प्रेमी से कराई थी राजमिस्त्री की हत्या, पत्नी समेत चार गिरफ्तार
  • पत्नी का अपनी छोटी बहन के अविवाहित जेठ से था प्रेम संबंध, हत्या के बाद आरोपियों ने शव व चाकू के साथ खिंचाई थी फोटो
  • हत्यारोपियों ने हत्या के बाद पत्नी से मृतक के फोन से किया था बात, सीडीआर व लोकेशन के आधार पर मामले का हुआ पर्दाफाश

गोरखपुर। बड़हलगंज पुलिस ने बुधवार को राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू की हत्या के चार आरापियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार राजमिस्त्री की हत्या उसकी पत्नी ने अपनी छोटी बहन के अविवाहित जेठ, जेठ के मौसेरे भाई व एक मित्र के साथ मिलकर कराई थी।पुलिस के अनुसार बड़हलगंज के बारीडीहा निवासी पत्नी अनीता का प्रेम संबंध अपनी छोटी बहन के जेठ बांसगांव के दोनखर गांव निवासी अमरजीत से था। दोनों राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू को रास्ते से हटाना चाहते थे।इसलिए पत्नी के कहने पर प्रेमी अमरजीत ने अपने मौसेरे भाई देवरिया के सिसई गुलाब गांव निवासी विशेषर पटेल व मित्र बड़हलगंज के मरवट निवासी दुर्गेश को साथ मिलाकर 3 फरवरी 2023 की रात में राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू को पहले शराब पिलाई फिर चाकू से उसका गला रेत कर हत्या कर दिया।
हत्या के बाद सभी ने शव के साथ एक फोटो भी ख्ंिाचाई थी जिसमें अमरजीत के हाथ में चाकू था और शव नीचे पड़ा था तथा गर्दन रेता हुआ था। साथ ही अमरजीत का मित्र गर्दन पर चढ़ा था। वहीं हत्या के बाद मृतक के मोबाइल फोन से भोर में हत्यारोपी ने पत्नी अनीता से बात भी की थी। वहीं हत्यारोपी अमरजीत 4 फरवरी 2023 की सुबह भी जहां शव मिला था वहां और पोस्टमार्टम हाउस
पर मौजूद था। बाद में जब उसे लगा कि वह पकड़ा जाएगा तब वह हरिद्वार भाग गया। पुलिस ने जब मृतक व उसकी पत्नी के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया तब पूरा मामला खुल गया। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारी कहानी बता दी।
एसपी साउथ अरूण कुमार सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 4 फरवरी 2023 को खड़ेसरी गांव के सिवान में एक युवक का शव मिला। उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। शव की पहचान बारीडीहा निवासी राजमिस्त्री गिरिजेश उर्फ गोलू के रूप में हुई। गिरजेश के भाई उग्रसेन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया और जांच शुरू की। भाई ने बताया कि गिरजेश जाईपार के आरके प्लाईवुड की दुकान पर काम करने जाते थे। पत्नी अनीता ने बताया कि वह तीन फरवरी की सुबह काम पर निकले थे और लेबरों को देने के लिए 7 हजार रूपये लेकर गए थे जो कि गायब है। पत्नी ने बताया था कि पति से उसकी बात ३ तारिख की शाम को हुई थी तब उन्होंने कहा था कि वे दावत में जा रहे हैं और तुम लोग मुर्गा बनाकर खा लो जिसके बाद पति का मोबाइल स्वीच आफ हो गया।
पत्नी ने एक रिश्तेदार से कहा था कि शव यहां पड़ा है उसका दाह संस्कार कर दो
दरअसल पुलिस को पत्नी पर उस समय पहली बार शक हुआ जब उसने ४ तारिख की सुबह अपने एक रिश्तेदार से कहा कि वहां गिरजेश का शव पड़ा है। शव लाकर दाह संस्कार कर दो और पुलिस को सूचना न दो। उस व्यक्ति ने शव मिलने के बाद यह बात थाने के एक दरोगा को बता दिया। तभी से पहली बार पुलिस को पत्नी पर शक हुआ।
पुलिस के अनुसार उसे पत्नी पर शक तो हो गया था लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं था। लिहाजा जब मृतक के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया तो उसका फोन भोर तक आन था और अंतिम बार भोर में पत्नी के मोबाइल पर बात हुआ था। जबकि पत्नी पुलिस से बताई थी कि आखिरी बार 3 तारिख की शाम को हुई थी और उसके बाद मोबाइल बंद था। जिसके बाद पुलिस का शक और गहरा हुआ। पुलिस ने इसके बाद पत्नी अनीता के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया। तो उसमें एक अनजान नंबर से 2300 सेंकेंड 3 तारिख की शाम यानि हत्या वाली रात को बात हुई थी। यह नबंर अनीता के मायके से संबंध रखने वाले उसके छोटी बहन के अविवाहित जेठ अमरजीत का था। पुलिस समझ गई की हत्या में इन लोगों का ही हाथ है। इसके बाद पुलिस ने अमरजीत का लोकेशन निकाला तो वह हत्या वाली पूरी रात घटनास्थल के पास मिली। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी अनीता से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में अनीता बार बार अपना बयान बदलती रही। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार एक तरफ उसका पति गायब था और ३ तारिख की रात में ही उसने घर में चिकन बनाया था, लेकिन हत्या के बाद किसी ने नहीं खाया था। पुलिस ने इस संबंध में जब अनीता से पूछा तो उसने बताया कि पति के कहने पर वह बगिया से लाई थी। फिर जब पुलिस ने पूछा की जब वह बाहर दावत खाने की बात तुमको बताए थे तो मुर्गा क्यों लाई। तब पत्नी ने कहा कि मैं बड़हलगंज उनके पास गई थी तो वह खरीद कर दिए थे।जब पुलिस ने पूछा कि तब तुुम चिकन क्यों नहीं खाई तो उसने बताया कि वह पति के साथ ही खाती थी। वहीं जब पुलिस ने पुलिस को सूचना न देने की बात कहने की पूछी तो उसने कहा कि वह नहीं चाहती थी कि पोस्टमार्टम में चीर फार हो।
मुख्य हत्यारोपी अमरीजीत हरिद्वार की एक फैक्ट्री में काम करता है।पत्नी से जब पुलिस ने पूछा कि अमरजीत कहां है तो उसने बताया कि वह आया नहीं है वह हरिद्वार में है। लेकिन उसकी लोकेशन हत्या वाली जगह ही थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे ट्रेस किया तो लोकेशन हरिद्वार की तरफ जाता मिला। पुलिस वहां पहुंची तो वह वहां से फिर गोरखपुर की तरफ निकल गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गोरखपुर से उसे ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में उसने हत्या करन कबूल किया और बताया कि इस घटना में उसका साथ उसके मौसेरे भाई व मित्र ने दिया है। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी अनीता, प्रेमी अमरजीत, उसके मौसेरे भाई विशेषर पटेल और मित्र दुर्गेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चारों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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