ब्यूरो रिपोर्ट- सुनील विष्णु चिलप
मुंबई| प्रवर्तन निदेशालय ने पुणे में 2016 में जमीन खरीदने में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लांड्रिंग के एक मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी पुणे में 2016 में हुई एक लैंड डील मामले में हुई है. ईडी ने मुंबई स्थित कार्यालय में मंगलवार देर रात तक चौधरी से पूछताछ की. माना जा रहा है कि केंद्रीय एजेंसी जल्द ही गिरीश चौधरी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दायर मामलों की सुनवाई करने वाली कोर्ट में पेश करेगी.
बता दें कि दिसंबर 2020 में प्रवर्तन निदेशालय ने बीजेपी को छोड़कर अक्टूबर 2020 में एनसीपी ज्वॉइन करने वाले एकनाथ खडसे को समन किया था. जनवरी 2021 में ईडी ने मुंबई में खडसे से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की थी. 2016 में एकनाथ खडसे ने देवेंद्र फडणवीस की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था.
एकनाथ खडसे पर जमीन खरीद में अनियमितता का आरोप था. आरोपों में कहा गया था कि खडसे ने पुणे के पास भोसारी में एक सरकारी जमीन की 3 करोड़ से ज्यादा रुपयों में खरीद में मदद की, जबकि जमीन की असल कीमत 30 करोड़ रुपये थी|
वहीं 2017 में महाराष्ट्र पुलिस के एंटी करप्शन ब्यूरो ने एकनाथ खडसे और उनकी पत्नी मंदाकिनी, गिरीश चौधरी और जमीन के असली मालिक अब्बास अकानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, हालांकि 2018 में एसीबी ने अपनी एक रिपोर्ट में एकनाथ खडसे को क्लीन चिट दे दी थी.
ऐसा आरोप है कि उन्होंने पुणे के भोसारी इलाके में अपने परिवार को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की सरकारी जमीन खरीदने में मदद के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया.उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के साथ ही आयकर विभाग ने उन्हें मामले में क्लीन चिट दे दी थी|
