- योगेश ने 22 युवकों को सेना के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिए
- महिलाओं को प्यार के जाल में फंसाता था, रिश्तेदारों को ठग लेता था
- 2017 से ही पुलिस को योगेश की तलाश थी
ब्यूरो रिपोर्ट- सुनील विष्णु चिलप
महाराष्ट्र की बिबवेवाड़ी पुलिस ने सेना के एक फर्जी अफसर को धर दबोचा है. उसने खुद को सेना का अधिकारी बताकर 50 से ज्यादा महिलाओं को प्यार के जाल में फंसाया और चार महिलाओं से शादी रचाई. सेना का अफसर बन महिलाओं को ठगने वाले औरंगाबाद जिले के कन्नड़ तालुका निवासी योगेश दत्तू गायकवाड़ (26) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. धोखधड़ी में उसका साथ देनेवाले अहमदनगर निवासी संजय शिंदे को भी पुलिस गिरफ्तार किया है, जो योगेश के लिए बाउंसर का काम करता था. उनके पास से सेना की 12 वर्दी और कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं.
21 जून को बिबवेवाड़ी की एक महिला (22) ने योगेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उसकी पोल खुल गई. पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने बताया कि योगेश इतना शातिर था कि महिलाओं को प्यार में फंसाता था और फिर उनके रिश्तेदारों से ठगी करता था. योगेश ने चार शादियां की है. दो शादियां उसने आलंदी की धर्मशालाओं में और दो अन्य मंदिरों में कीं. वरिष्ठ निरीक्षक सुनील जावरे ने बताया कि योगेश 53 महिलाओं को डेट कर चुका है.
योगेश महिलाओं और उनके परिवार के सदस्यों के सामने खुद को मेजर या कर्नल बताया करता था. उसने खुद का नाम राम रखा था और बताता था कि वह जम्मू-कश्मीर में तैनात है. योगेश जब कभी भी महिलाओं से मिलता था तो वह हमेशा सेना की वर्दी में रहता था. पुलिस को उसके पास से 12 सेना की वर्दी, 26 नए जूते, दो मोटरसाइकिल, दो चार पहिया वाहन, एक ट्रंक, सेल फोन, रबर स्टैंप और अन्य कीमती सामान के साथ 5.5 लाख रुपये बरामद हुए हैं.
पुलिस को साल 2017 में अहमदनगर के तोपखाना पुलिस स्टेशन में पहली बार योगेश के कारनामों के बारे में पता चला था. इसके बाद पुलिस ने तहकीकात की तो उसके माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा महीनों से उनसे मिलने नहीं आया है. उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी भी नहीं है. योगेश अपनी पहचान छुपाने के लिए किसी भी मकान में दो महीने से ज्यादा नहीं रहा करता था.
योगेश ने अलग अलग मेट्रोमोनियल साइट्स पर सेना के अधिकारी के रूप में एक नकली प्रोफाइल बनाई थी. इसके बाद वह महिलाओं ोक टारगेट करता था और जिस भी महिला से मिलता था उसके रिश्तेदारों को नौकरी लगवाने का लालच देता और इसके बाद वह पैसे वसूल लेता था. जांच में पता चला है कि उसने 22 युवाओं को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिए थे.