गोला बाजार, गोरखपुर । भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद सिंह के जन्मदिन का प्रतीक राष्ट्रीय खेल दिवस है। उन्होंनेअंतरराष्ट्रीय हॉकी क्षेत्र पर अपनी मुहर लगाई। उन्होंने अपने करियर में 400 से अधिक गोल किये। उनके लिए सबसे प्रसिद्ध स्मारक मेजर ध्यानचंद पुरस्कार है जो भारत में खेलों में जीवन भर की उपलब्धि के लिए सर्वोच्च पुरस्कार है। मेजर ध्यानचंद जी का जन्म 29 अगस्त, वर्ष 1905 को प्रयागराज में एक राजपूत परिवार में हुआ था। उनके अंदर हॉकी के खेल की प्रतिभा जन्मजात नहीं थी, बल्कि उन्होंने अपनी सतत साधना, अभ्यास, लगन, संघर्ष और संकल्प के सहारे यह प्रतिष्ठा अर्जित की थी।उनकी हॉकी की कलाकारी देखकर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ी भी अपनी सुधबुध खोकर उनकी कलाकारी को देखने में मशगूल हो जाते थे। उपर्युक्त बातें गगहा क्षेत्र अंतर्गत पीएमश्री विद्यालय सेमरी में राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार मिश्र ने कही। इस अवसर पर विद्यालय में विविध खेलों का आयोजन हुआ। जूनियर वर्ग क्विज प्रतियोगिता में विद्यालय की बच्चियों ने बाजी मारी।
पूरे कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में सहायक अध्यापक राम सिंह, गुलाब, अशोक कुमार चौहान और प्रिंस का योगदान सराहनीय रहा।