जनकपुर पहुंचे अयोध्यावासी, सिया के हुए श्री राम

उत्तर प्रदेश गोरखपुर धर्म

– पंडाल में गूंजा ‘ रघुवर कोमल कमलनयन को पहनाओ जयमाला..’


तहसील संवाददाता- नरसिंह यादव, बांसगांव, गोरखपुर

श्रीश्री आदर्श रामलीला समिति गंभीरपुर के तत्वाधान में रामलीला के पांचवे दिन प्रभु राम के विवाह उत्सव की लीलाओं का मंचन किया गया। मिथिलापुरी से पहुंचे महाराजा जनक के दूत ने महाराज दशरथ को बारात लाने का निमंत्रण दिया। सुमंत मिथिला से आई चिट्ठी पढ़कर महाराजा दशरथ को बताते हैं कि किस तरह प्रभु राम ने शिव धनुष तोड़ कर सीता स्वयंवर जीता है।

प्रभु के विवाह की तैयारी की बात सुनकर समस्त अयोध्यावासी खुशी से झूम उठे। चारों ओर मंगलगीतों का गान शुरू हो गया। इस दौरान सांकेतिक रूप से भगवान की बारात यात्रा का मंचन किया गया। पंडाल में घोड़े, ऊंट और हाथी पर बैठ कर बाराती आतिशबाजियों के साथ पहुंचे। देवताओं की मौजूदगी में जनकपुरी बारात पहुंची तो आकाश से पुष्प की बारिश शुरू हो गई। ‘ रघुवर कोमल कमलनयन को पहनाओ जयमाला..’ का गान वातावरण में चारों ओर गूंज उठा। समस्त देवी देवता विवाह के साक्षी बनते हैं। राम विवाह व सीता विदाई का मंचन देखने के लिए लोगों की भीड़ रही। चहुओर जय श्री राम का जयघोष होने लगा। राम की धवन सिंह, लक्ष्मण की अर्चित, जनक की पवन शाही, दशरथ की विक्की, सुमंत की विकास सिंह श्रीनेत ने भूमिका निभाई। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वांचल प्रेस क्लब के विनय सेठ,अजय प्रकाश सिंह, केपी राय, गंगा पांडेय, अनिल राय, कोठा के ग्राम प्रधान शिव यादव,सोनू मोदनवाल आदि लोग मौजूद रहे।


चित्र परिचय- श्री श्री आदर्श रामलीला समिति गंभीरपुर में हुआ श्रीराम सीता विवाह का मंचन