उग्र भीड़ ने एसडीएम कोर्ट की खिड़कियों के शीशे तोड़े

गोरखपुर

उग्र भीड़ ने एसडीएम कोर्ट की खिड़कियों के शीशे तोड़े

छेड़खानी के आरोपितों को जेल भेजने की मांग

खजनी, गोरखपुर। छेड़खानी के आरोपियों को शांति भंग की जमानत के लिए तहसील मुख्यालय पर भेजे जाने पर आक्रोशित भीड़ ने एसडीएम कोर्ट की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
थाना क्षेत्र के खुटहना गांव में स्कूल की छात्रा के साथ छेड़खानी के आरोपियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज करने के बाद उन्हें शांति भंग में तहसील मुख्यालय में जमानत के लिए भेजा गया। आरोपितों की जमानत निरस्त करने और उन्हें जेल भेजने की मांग कर रही आक्रोशित भीड़ ने तहसील पहुंच कर तोड़फोड़ और उपद्रव कर दिया तथा एसडीएम कोर्ट की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ के सहजनवां गीडा क्षेत्र में आगमन पर एसडीएम राजू कुमार की वीआईपी सुरक्षा व्यवस्था में ड्यूटी लगी थी। उनके खजनी थाने से सहजनवां की ओर रवाना होने से पहले ग्रामप्रधान संघ के जिला अध्यक्ष रूद्रप्रताप सिंह ने उनसे आरोपितों की जमानत निरस्त कर उन्हें जेल भेजने की मांग करते हुए बताया था कि ग्रामवासियों में घटना को लेकर आक्रोश है। किंतु एसडीएम ने उन्हें वीआईपी ड्यूटी से लौट कर आने तक इंतजार करने के लिए कहा था। किंतु इस बीच खजनी पुलिस आरोपितों को शांतिभंग में पाबंद करने के लिए तहसील लेकर पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामप्रधान उनके समर्थक और ग्रामवासी तहसील मुख्यालय पहुंच गए।
आरोप है कि पुलिस अभिरक्षा में जमानत के लिए भेजे गए आरोपितों के खिलाफ भीड़ उग्र हो गई। भीड़ के हमले से डर कर आरोपी भाग निकले गुस्साए लोगों ने नारेबाजी करते हुए छेड़खानी और ग्रामप्रधान से मारपीट करने के आरोपितों को जेल भेजने की मांग करते हुए हमलावर तथा उग्र हो गई और एसडीएम कोर्ट की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
मामले में देर शाम रोहन विश्वकर्मा पुत्र स्व. अशोक कुमार को छेड़खानी के आरोप में जेल भेजा गया। साथ ही प्रधान प्रतिनिधि के साथ मारपीट के दो आरोपी आनंद दीप सिंह उर्फ अंकुर चौधरी पुत्र ज्ञान सिंह तथा अंकित चौधरी पुत्र उदय चौधरी को शांति भंग में जेल भेजा गया है।
इस संदर्भ में एसडीएम राजू कुमार ने बताया कि शीशे तोड़ने वाले उपद्रवियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई का आदेश दिया जाएगा। किसी को भी कानून अपने हांथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।